तत्वों का आवर्त वर्गीकरण | Tatvon ka Avart Vargikaran | Class 10 Science Chapter 5

Tatvon ka Avart Vargikaran: class 10 Science Chapter 5 में कार्बन एवं उसके यौगिक के बारें में अध्ययन करेंगे और इसके महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर का समाधान भी करेंगे।

Tatvon ka Avart Vargikaran
Periodic table class 10

Tatvon ka Avart Vargikaran: 1 अंक स्तरीय प्रश्न तथा उत्तर

Q.1.डोबेराइनर द्वारा किए गए वर्गीकरण का क्या आधार था?
Ans: परमाणु द्रव्यान
Q.2. डोबेराइनर के द्वारा किए गए तीन तत्वों का समूह का क्या नाम था?
Ans: डोबेराइनर त्रिक
Q.3. हाइड्रोजन को किस समूह तथा आवर्त में रखा गया है?
Ans: प्रथम समूह तथा प्रथम आवर्त में
Q.4. समूह 17 के सबसे क्रियाशील तत्व का नाम लिखे।
Ans: फ्लुओरीन (F)
Q.5. हैलोजन समूह के किसी एक तत्व का नाम लिखें।
Ans: क्लोरीन (Cl)
Q.6. मेन्डेलिफ़ के समय कुल कितने तत्व ज्ञात थे?
Ans: 63
Q.7. दूसरे आवर्त में कितने तत्व रहते है?
Ans: 8
Q.8. आधुनिक आवर्त सारणी में कुल कितने आवर्त तथा वर्ग है?
Ans: आवर्त- 7
वर्ग- 8
Q.9. किस वर्ग में तीन तीन तत्वों को एक साथ रखा गया था?
Ans: वर्ग 8.
Q.10. आधुनिक आवर्त सारणी में उदग्र स्तंभों की संख्या कितनी है?
Ans: 18
Q.11. आवर्त सारणी के क्षेतीज कतारों को क्या कहते है?
Ans: वर्ग
Q.12. क्लोरीन तथा ब्रोमीन को आवर्त सारणी के एक समूह में क्यों रखा गया है?
Ans: क्योंकि दोनों के बाहरी कक्षा में 7 इलेक्ट्रॉन है।
Q.13. आधुनिक आवर्त सारणी में पहले दस तत्वों में कौन सी धातुएं है?
Ans: लिथियम तथा बेरिलियम
Q.14. आजतक कितने तत्वों की खोज हो चुकी है?
Ans: 114
Q.15. अष्टक के नियम को किसने प्रतिपादित किया ?
Ans: न्यूलैंड्स

Tatvon ka Avart Vargikaran: 2 or 3 अंक स्तरीय प्रश्न तथा उत्तर

Q.1. तत्वों के वर्गीकरण की आवश्यकता क्यों पड़ी?
Ans: आजतक 114 तत्वों की खोज हो चुकी है। इन तत्वों तथा इनके यौगिक के भोतिक तथा रासायनिक गुणों का क्रमबंध अध्ययन के लिए तत्वों के वर्गीकरण की आवश्यता पड़ी।

Q.2 मेंडेलीफ़ का आवर्त नियम क्या है? मेन्डेलिफ़ की आवर्त सारणी में कितने आवर्त और समूह थे?
Ans: मेन्डेलिफ़ के आवर्त नियम के अनुसार – तत्वों के भौतिक तथा रासायनिक गुण उनके परमाणु द्रव्यमान के आवर्त फलन होते है। मेन्डेलिफ़ की आवर्त सारणी में 6 यावर तथा 8 समूह होते है।

Q.3. मेन्डेलिफ़ ने अपनी सारणी तैयार करने के लिए कौन सा मापदंड अपनाया?
Ans: मेन्डेलिफ़ ने अपनी सारणी तैयार करने के लिए निम्न मापदंड अपनाया:

  • तत्वों को उनके बढ़ते हुए परमाणु द्रव्यमान के क्रम में सजाया।
  • समान गुण वाले तत्वों को एक समूह में रखने का प्रयास किया।
  • तत्वों के हाइड्राइडो तथा ऑक्साइडो के अनु सूत्रों को एक आधारभूत गुण मानकर तत्वों का वर्गीकरण किया।

Q.4. मेन्डेलिफ़ ने अपनी आवर्त सारणी में खाली जगह क्यों छोड़ी थी?
Ans: मेन्डेलिफ़ ने तत्वों के गुणों को श्रेयस्कर मान कर उनका वर्गीकरण किया। इसलिए उन्होंने एक समान गुण वाले तत्वों को एक स्थान एक समूह में रखने की कोशिश की। यही कारण था कि आवर्त सारणी में बहुत खाली स्थान छूट गए जिसके लिए उस समय तत्वों की जानकारी नहीं हो पाई थी।

Q.5 आवर्त सारणी के प्रथम आवर्त में केवल दो तत्व ही क्यों है?
Ans: प्रथम आवर्त में केवल एक इलेक्टोन कोश होता है, जिसमे केवल दो इलेक्ट्रॉन रह सकते है। इसलिए प्रथम आवर्त में केवल दो ही तत्व रह सकते है।
हाइड्रोजन का एक कक्ष होता है जिसमे केवल एक इलेक्ट्रॉन होता है। हीलियम का भी एक कक्ष होता है जिसमे दो इलेक्ट्रॉन होते है। इसलिए प्रथम आवर्त में केवल दो ही तत्व H तथा He को रखा है।

Q.6. आधुनिक आवर्त नियम क्या है? आधुनिक आवर्त सारणी में कितने आवर्त और समूह है?
Ans: आधुनिक आवर्त नियम: मोंसले के अनुसार “तत्वों के भौतिक तथा रासायनिक गुण, उनके परमाणु क्रमांक के आवर्त फलन होते है”। आधुनिक आवर्त सारणी में 7 आवर्त तथा 18 समूह है।

Q.7. उन तत्वों का उल्लेख करे जिनकी खोज मेन्डेलिफ़ की आवर्त सारणी बनने के बाद हुई।
Ans: 1. स्कैडियम (Sc)
2. गैलियम (Ga)
3. जर्मेनियम (Ge)

Q.8. उत्कृष्ट गैसों को अलग क्यों रखा गया?
Ans: अक्रिय गैस को ही उत्कृष्ट गैस कहा जाता है। इन गैसों को अलग समूह में इसलिए रखा गया क्योंकि –

  • ये गैस क्रियाशील नही है। इनकी खोज बहुत बाद में हुई थी।
  • इन गैसों को एक नए समूह में बिना आवर्त सारणी को छेड़ छाड़ किए हुए रखा गया।

Q.9. “आधुनिक आवर्त सारणी तत्वों के परमाणु संरचना पर आधारित है”। इस कथन की पुष्टि करे।
Ans: आधुनिक आवर्त सारणी तत्वों के परमाणु संख्या पर आधारित है। परमाणु संख्या बढ़ने से समान तरह की परमाणु संरचना की पुरवृत्ति होती है। अर्थात अंतिम कक्षा में समान इलेक्ट्रॉन वाले तत्व प्राप्त होते है। अतः हम कह सकते है कि आधुनिक आवर्त सारणी परमाणु संरचना पर आधारित है।

Q.10.तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास का आधुनिक आवर्त सारणी में तत्व की स्थिति से क्या संबंध है?
Ans: इलेक्ट्रॉनिक विन्यास तत्वों की आवर्त सारणी में स्थिति से संबंधित होता है। बाहरी कोश में उपस्थित इलेक्ट्रॉनो की संख्या उस तत्व की समूह संख्या को सूचित करती है तथा बाहरी कोश संख्या उस तत्व की आवर्त को सूचित करता है।

Q.11. उयूलैन्ड का अष्टक नियम लिखे।
Ans: यदि विभिन्न तत्वों को उनके परमाणु द्रव्यमानों के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित किया जाए, तो प्रत्येक आठवें तत्व के गुणधर्म, उस शृंखला के पहले तत्व के गुणधर्म के समान होते है।

Q.12. डोबेराइनर के वर्गीकरण की क्या सीमाएं है?
Ans: डोबेराइनर के वर्गीकरण की सीमाएं:

  • उस समय ज्ञात सभी तत्वों का वर्गीकरण डोबेराइनर के त्रिक आधार पर नही हो सका।
  • डोबेराइनर केवल तीन तत्वों के त्रिक को उस समय पहचान सके। यही कारण है कि डोबेराइनर के त्रिक को मान्यता प्राप्त नहीं हुई।

Q.13. मेन्डेलिफ़ ने अपनी आवर्त सारणी की दो उपलब्धियां बताएं?
Ans: मेन्डेलिफ़ ने अपनी आवर्त सारणी की दो उपलब्धियां निम्नलिखित है:

  • मेन्डेलिफ़ ने आवर्त सारणी में तत्वों को परमाणु द्रव्यमान के आरोही क्रम में सजाया और समान गुणधर्म वाले तत्वों को एक साथ एक समूह में रखा।
  • मेन्डेलिफ़ ने समान गुणधर्म वाले तत्वों को एक साथ एक समूह में रखने के क्रम में अधिक द्रव्यमान वाले तत्व को कहीं कहीं कम द्रव्यमान वाले तत्व से पहले रख दिया और कुछ रिक्त स्थान छोड़ दिए थे। जैसे- कोबाल्ट (CO) को निकेल (Ni) से पहले रख दिया जबकि कोबाल्ट परमाणु द्रव्यमान (58.9), निकेल के परमाणु द्रव्यमान (58.7) से ज्यादा है। इसी प्रकार टेल्यूरिम (Te) को आयोडिन (I) से पहले रखा गया है जबकी टेल्यूरिम का परमानी द्रव्यमान (127.60), आयोडिन के परमाणु द्रव्यमान (126.9) से ज्यादा है।

Q.14. मेन्डेलिफ़ की आवर्त सारणी (Tatvon ka Avart Vargikaran) की दो विसंगतियों का उल्लेख करें। आधुनिक आवर्त सारणी में इन्हे कैसे दूर किया जाता है?
Ans: मेन्डेलिफ़ की आवर्त सारमी की दो विसंगतियां :

  • हाइड्रोजन की अनिश्चित स्थिति
  • समस्थानिकों के लिए सथान उपलब्ध नहीं।

आधुनिक आवर्त सारणी में विसंगतियों का निराकरण:

  • हाइड्रोजन विद्युत धनात्मक तत्व है और इसका गुणधर्म क्षार धातुओ के गुणधर्म से अधिक मिलता है। अतः आधुनिक आवर्त सारणी में हाइड्रोजन को प्रथम आवर्त थाहा प्रथम समूह में रखा गया है।\
  • तत्वों के परमाणु संख्या के बढ़ते हुए क्रम में सजाया गया जिससे तत्व के समसाथनिकों के तत्व के साथ उसी स्थान पर आवर्त सारणी में रखा गया, क्योंकि एक तत्व के सभी समसाथनिकों की परमाणु संख्या समान होती है।

Q.15. मेन्डेलिफ़ की आवर्त सारणी तथा आधुनिक आवर्त सारणी में अंतर लिखे।
Ans: मेन्डेलिफ़ की आवर्त सारणी तथा आधुनिक आवर्त सारणी में अंतर:

मेन्डेलिफ़ की आवर्त सारणी आधुनिक की आवर्त सारणी
यह तत्व के परमाणु द्रव्यमान पर आधारित होता है। यह तत्व के परमाणु संख्या पर आधारित होता है।
इसमे अक्रिय गैस का कोई स्थान नहीं है। इसमे अक्रिय गैसो को 18 वे समूह में रखा गया है।
इसमे कुल 6 आवर्त और 8 समूह है। इसमे कुल 7 आवर्त और 18 समूह है।
यह आवर्त सारणी का छोटा रूप है। यह आवर्त सारणी का दीर्घ रूप है।

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