प्रवास (prawas): प्रकार, कारण और परिणाम

प्रवास (prawas) प्रकार, कारण और परिणाम: भूगोल कक्षा 12 की महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर। कक्षा 12 के सभी विषयों के प्रत्येक अध्यायों का समाधान झारखंड पाठशाला में उपलब्ध है। कक्षा 12 के कला संकाय की तैयारी करने के लिए यहां सभी प्रकार के नोट्स उपलब्ध। इस साइट को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

प्रवास लघु उत्तरीय प्रश्न

Q.1. प्रवास का क्या अर्थ है?
Ans: लोगों के एक स्थान से दूसरे पर जाकर बसने या लंबे समय तक रहने को प्रवास कहते है। ऐसा लोग प्रायः जीवन यापन की बेहतर दशाओ की खोज में करते है।
भारत में प्रवास के कारण:
1. रोजगार की खोज।
2. शेकक्षणिक सुविधाओ से आकर्षित होकर लोग एक स्थान से दूसरे स्थान प्रवास करते है।
3. राजनीतिक अस्थिरता।

Q.2. ऋतु प्रवास का क्या अर्थ है?
Ans: संसार के कुछ भागों में पशुपालक मौसम के अनुसार स्थान परिवर्तन करते हैं। उदाहरण के तौर पर गर्मी की ऋतु में भी ऊंचे पर्वतों की घाटिया तथा सर्दियों में मैदानों की ओर चले जाते हैं। इन लोगों का मवेशियों के साथ ऋतु के अनुसार भिन्न प्रवास ही ऋतु प्रवास कहलाता है।

Q.3. भारत में जनसंख्या प्रवास के किन्हीं तीन आर्थिक परिणामों की व्याख्या कीजिए।
Ans: भारत में जनसंख्या प्रवास की तीन आर्थिक परिणाम निम्नलिखित है:
1. उद्गम प्रदेश के लिए मुख्य लाभ प्रवासियों द्वारा भेजी गई पूंजी है।
2. सन 2002 में भारत के अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों से 110 अरब अमेरिकी डॉलर के रूप में धन प्राप्त किया।
3. पंजाब, केरल और तमिलनाडु अपने अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों से महत्वपूर्ण राशि प्राप्त करते हैं।

Q.4. राजयंतारीय तथा अन्तर्राजीय प्रवास में क्या अंतर है?
Ans: विभिन्न सामाजिक आर्थिक राजनीतिक तथा सांस्कृतिक कारणों से लोगों का एक स्थान से दूसरे स्थान में जाकर स्थाई रूप से निवास करना प्रवास कहलाता है।
जब व्यक्तियों का प्रवास एक राज्य के एक भाग से दूसरे भाग में होता है तो इसे राज्यअंतरीय प्रवास के नाम से जाना जाता है। यह राज्य के कम विकसित क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्र से अधिक विकसित क्षेत्र या शहरी क्षेत्र की ओर होता है।
जब व्यक्तियों का प्रवाव एक कम विकसित राज्य से अधिक विकसित राज्य की और होता है तो इसे अंतर राज्य प्रवास के नाम से जाना जाता है। जैसे बिहार के श्रमिकों का पंजाब में जाकर काम करना एवं वहां स्थाई रूप से बस जाना।

Q.5. मानव प्रवास को प्रभावित करने वाले अपकर्ष और प्रतिकर्ष कारकों में अंतर स्पष्ट कीजिए।
Ans: अपकर्ष कारक: आर्थिक कारकों के अतिरिक्त कारकों जैसे- विवाह, सामाजिक सुरक्षा, राजनीतिक अस्थिरता जातीय संघर्ष बेहतर सामाजिक नैतिक व सांस्कृतिक दशाओ से प्रभावित प्रवास अपकर्ष कारकों के आधार पर होता है।
प्रतिकर्ष कारक: आर्थिक तंगी तथा रोजगार में कमी के कारण किया गया प्रवास प्रतिकर्ष कारकों के आधार पर होता है कृषि की स्थिति भारी बेरोजगार हो बेरोजगारी कृषि पर जनसंख्या का भारी अभाव आदि इसके मुख्य कारण हैं।

प्रवास दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

Q.6. भारत में प्रवास को प्रभावित करने वाले तत्व की व्याख्या करें।
Ans: प्रवास के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
1. शिक्षा: ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की मूलभूत सुविधाओं के अभाव के कारण बड़ी संख्या में लोग शहरों की ओर प्रवास करते हैं। शिक्षा प्राप्ति का उद्देश्य रोजगार प्राप्त करना होता है अतः शिक्षा की समाप्ति पर लोग रोजगार प्राप्त कर शहरों में ही बस जाते हैं।
2. रोजगार: ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है। वर्तमान में एक लाभकारी व्यवसाय बन गया है अतः लोग कृषि के अतिरिक्त दूसरे क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त करना चाहते हैं इसी उद्देश्य के साथ लोग गांव से शहरों की ओर प्रवास करते हैं तथा रोजगार प्राप्त कर वही बस जाते हैं।
3. जीवन स्तर में सुधार: जीवन के बेहतर सुविधाओं से आकर्षित होकर भी लोग शहरों की ओर प्रवास करते हैं तथा अस्थाई रूप से वही बचाते हैं।

Q.7. प्रवास क्या है? विभिन्न प्रकार के प्रवास का उल्लेख करें।
Ans: जीवन यापन की बेहतर दशाओ की खोज में लोगों का एक स्थान से दूसरे स्थान में जाकर स्थाई रूप से या लंबे समय तक निवास करने की प्रक्रिया को प्रवास के नाम से जाना जाता है प्रवास के विभिन्न प्रकार निम्नलिखित है:

  • आंतरिक प्रवास: इसके अंतर्गत लोग अपने प्रांत या देश के दूसरे राज्यों में प्रवास करते हैं दूसरे राज्य में प्रवास को अंतरराज्य प्रवास कहते हैं। आंतरिक प्रवाह की निम्नलिखित प्रकार हैं-
    1. गांव से गांव की ओर- भूमिहीन श्रमिकों का कृषि क्षेत्र की ओर प्रवास।
    2. गांव से शहरों की ओर- रोजगार शिक्षा स्वास्थ्य आदि की सुविधाओं के कारण लोगों का गांव से शहरों की ओर प्रवास।
    3. शहर से शहर की ओर- छोटे शहरों से बड़े शहरों की ओर या बड़े शहरों से छोटे शहरों की ओर प्रवास।
    4. शहर से गांव की ओर- भीड़भाड़ वाले शहर से खुले गांव की ओर प्रवास।
  • अंतर्राष्ट्रीय प्रवास: उच्च शिक्षा व्यापार रोजगार आदि के लिए लोगों का एक देश से दूसरे देश की और प्रवास को अंतरराष्ट्रीय प्रवास कहते हैं सामाजिक धार्मिक और राजनीतिक उथल-पुथल या युद्ध जैसी परिस्थितियों के कारण भी किसी देश की जनसंख्या का एक भाग दूसरे देश से पलायन कर प्रवासी बन जाता है।
  • स्थाई एवं अस्थाई का प्रवास: जब लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाकर स्थाई रूप से निवास करने लगते हैं तो उसे अस्थाई प्रवासी कहा जाता है।
    मौसमी बेरोजगारी नौकरी उच्च शिक्षा स्वास्थ्य आदि के कारण लंबे समय के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान में जाते हैं और फिर अपने मूल स्थान पर लौट आते हैं इस प्रकार के प्रवास को अस्थाई प्रवास करते हैं।

Also Read