भारतीय समाज एक परिचय | Bhartiya Samaj ek Parichay | Class 12 Sociology Chapter 1 NCERT Solutions in Hindi with Pdf Notes.

MCQ प्रश्न- उत्तर : भारतीय समाज एक परिचय समाजशास्त्र।

1. ‘सोसायटी’ नमक पुस्तक के रचयिता कौन है?
(a) मेकाईवर एवं पेज
(b) पीo जिंसबर्ट
(c) जॉनसन
(d) इनमें से कोई नहीं 

2. समाजशास्त्र की स्थापना किस वर्ष हुयी थी?
(a) 1978
(b) 1818
(c) 1838
(d) 1828

3. समाजशास्त्र का जनक कौन है?
(a) दुखींम
(b) अगस्त कॉम्त
(c) सोरोकिन 
(d) कूले  

4. निम्न में से कौन एक भारतीय संस्कृति की विशेषता है?
(a) प्राचीन संस्कृति 
(b) जाती व्यवस्था 
(c) अनेकता में एकता 
(d) ये सभी 

5. उपनिवेशवाद का सम्बन्ध किससे है?
(a) समाजवाद 
(b) मानववाद 
(c) उग्रवाद
(d) साम्राज्यवाद 

6. बंगाल में स्वदेशी आंदोलन किसने प्रारम्भ किया?
(a) राजनारायण बासु 
(b) राम सिंह कूका
(c) बासुदेव जोशी 
(d) महात्मा गाँधी 

7. असहयोग आंदोलन किसने प्रारम्भ किया?
(a) पटेल 
(b) नेहरू 
(c) महात्मा गाँधी 
(d) तिलक 

8. श्रम विभाजन का सिद्धांत किसने दिया?
(a) कार्ल मार्क्स 
(b) दुखिम 
(c) मैक्स वेबर 
(d) मजूमदार 

9. वर्ग- संघर्ष का सिद्धांत किसने दिया?
(a) रिजले 
(b) मेकाईवर 
(c) कार्ल मार्क्स 
(d) फ्रेजर 

10. किसने कहा “समुदाय सामान्य जीवन का एक क्षेत्र है”?
(a) मेकाईवर एवं पेज  
(b) बोडिन 
(c) केo डेविस 
(d) रेफ़ील्ड 

रिक्त स्थानों की पूर्ति करें: Fill in the Blacks : भारतीय समाज एक परिचय समाजशास्त्र।

  1. समाजशास्त्र का जनक  ऑगस्त कॉम्त   है।
  2. भारत में ग्रामीणों से अधिक- से – अधिक लगान वसूल करने के लिए भारत सन 1793 से    जमींदार   व्यवस्था लागू की गयी।
  3. उपनिवेशवाद का अर्थ किसी    विदेशी     सरकार द्वारा एक – दूसरे देश में अपनी राजनीतिक सत्ता स्थापित करना है। 
  4. स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान सन 1942 से    भारत छोड़ो    आंदोलन आरम्भ किया गया।
  5. भारत को आजाद करने के लिए आजाद हिन्द फ़ौज का गठन      सुभाषचंद्र बोष     द्वारा किया गया।
  6. भारत में मुग़ल शासन    पन्द्रवीं    सताब्दी से आरम्भ हुआ।

महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर : भारतीय समाज एक परिचय समाजशास्त्र।

प्रश्न.1: समाज से आप क्या समझते है? या, समाज क्या है?
उत्तर: समाज से आशय एक ऐसी संस्था से है जो सामाजिक संबंधों पर आधारित होती है। ये संबध रीति- रिवाज, अधिकार, सहयोग, नियंत्राण आदि तत्वों पर आधारित होते है। इन तत्वों पर ही सामाजिक संबंधों की व्यवस्था निर्भर करती है।

प्रश्न: सामाजिक संरचना क्या है?
उत्तर: समाज के विभिन्न निर्णायक अंग व्यवस्थित ढंग से परस्पर सम्बंधित रहते हुए जिस रूप- रेखा की रचना करते है, उसे ही सामाजिक संरचना कहते है। दूसरे शब्दों में, सामाजिक संरचना अनेक सामाजिक समूहों, समितियों, संस्थाओं तथा व्यक्तियों द्वारा प्राप्त स्थितियों और कार्यों की क्रमबद्धता है। 

प्रश्न: उपनिवेशवाद क्या है?
उत्तर: अधिक शक्तिशाली एवं विस्तारवादी देश के द्वारा जब किसी दुर्लभ देश को अपने शासन के अंतरगर्त सम्मिलित कर लिया जाता है जो उस शासन व्यवस्था को उपनिवेशवाद कहते है। जैसे भारत इंग्लैण्ड का उपनिवेश था।

प्रश्न: राष्ट्रवाद क्या है?
उत्तर: किसी निश्चित भौगोलिक क्षेत्र में जब साझी संस्कृति, इतिहास, रहन- सहन, या धार्मिक विश्वास के आधार पर विभिन्न समूह एकजुट होकर एक राजनीतिक व्यवस्था में बांधते है तो यह राष्ट्र या राष्ट्र- राज्य का रूप लेता है। यहाँ विविधता में भी एकता दिखती है तथा लोग एक सामान्य राष्ट्रीय भावना से भरें होते है।

प्रश्न: राष्ट्र के कौन – कौन से आवश्यक तत्त्व है?
उत्तर: राष्ट्र पाँच आवश्यक तत्त्व है: भूक्षेत्र, इतिहास, साझा विश्वास, साझे राजनीतिक आदर्श, साझी राजनितिक पहचान।

प्रश्न: सामाजिक वर्ग से आप क्या समझते है?
उत्तर: सामाजिक वर्ग जन्म के अतिरिक्त किसी भी आधार पर बना हुआ व्यक्तियों का ऐसा समूह है जो सामाजिक स्थिति में अन्य समूहों से भिन्न है। जैसे डॉक्टर वर्ग, धनि वर्ग, निर्धन वर्ग, शिक्षक वर्ग, श्रमिक वर्ग आदि।

प्रश्न: उपनिवेशवाद की विशेषताओं का वर्णन करें।
उत्तर: उपनिवेशवाद की प्रमुख विशेषता निम्नलिखित है:

  1. उपनिवेशवाद शक्तिशाली राष्ट्रों की विस्तारवादी प्रकृति को स्पष्ट करता है।
  2. उपनिवेशवाद वह दशा है जिसमे एक शक्तिशाली देश अपने से दुर्लभ देश पर अधिकार कर के वहां शासन तथा कानून व्यवस्था स्थापित कर लेता है।
  3. उपनिवेशवाद शीर्घकालीन शोषण की नीति पर आधारित है।
  4. उपनिवेशवाद में विदेशी सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार का वैसी नीतियों को लागु किया जाता है जिससे देश के मूल निवासी आर्थिक दृष्टि से बहुत ही कमजोर हो जाते है।
  5. उपनिवेशवाद में शासक देश द्वारा देश के मूल निवासी पर प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से अपनी संस्कृति, सामाजिक मूल्यों और आर्थिक क्रियाओं में परिवर्तन लाने के लिए दबाव डाला जाता है।

प्रश्न: भारतीय समाज पर उपनिवेशवाद के प्रभावों की विवेचना करें।
उत्तर: 1857 ईo के विद्रोह की विफलता के बाद ईस्ट इण्डिया कंपनी का शासन समाप्त हुआ और भारत के शासन का अधिकार ब्रिटिश सम्राट के हाथ में आ गया। भारत ब्रिटेन का एक उपनिवेश बन कर रह गया। यह स्थिति 80 वर्षों तक रही तथा इसका भारत पर बहुत गहरा असर हुआ।

  1. अंग्रेजों ने फुट डालो और शासन करो की निति अपनायी जिससे भारतीय एकता का खंडन हो गया। साम्प्रदयिक दंगा तथा भारत का विभाजन इसका एक उदहारण है। 
  2. अंग्रेजी शासन से भारत के संस्कृति को गहरा धक्का लगा, अंग्रेजी भाषा, अंग्रेजी पोशाक तथा अंग्रेजी खाना आदि के प्रभाव ने लगभग भारतीय संस्कृति को नष्ट कर दिया। इसका प्रभाव वर्तमान में भी देखा जा सकता है।
  3. भारत के उद्योग धंधों का पतन हो गया। भारत को कच्चा माल का उत्पादक देश तथा तैयार माल का उपभोक्ता देश बना दिया। वस्त्र उद्योग को बहुत अधिक हानि हुयी।
  4. भारत में जमींदारी प्रथा को मजबूत किया गया जिस करना लोगो पर शोषण और शासन का कहर बर्षा।
  5. नगरीकरण को बढ़ावा मिला। समुद्र तटों पर वैपारिक केंद्रों के रूप में नगरों का विकास हुआ।
  6. लघु एवं कुटीर उद्योग के पतन के कारन भारतीय समाज बेरोजगारी की स्थिति उत्पन्न हुयी।

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