हाशियाकरण से निपटना सामाजिक विज्ञान कक्षा 8 पाठ 8

हाशियाकरण से निपटना : इस पाठ में आप कक्षा 8 की सामाजिक विज्ञान के अध्याय 8 के सभी महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर को पढ़ेंगे। यहाँ दी गई सभी जानकारियों का स्रोत कक्षा 8 की NCERT की पाठ्यपुस्तक है। ये सभी प्रश्न उत्तर 8वी कक्षा की वार्षिक परीक्षा के लिए अति महत्वपूर्ण है।

हाशियाकरण से निपटना महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर

Q.1. अनुच्छेद 15 के प्रावधान लिखे।
Ans: संविधान के अनुच्छेद 15 में कहा गया है कि भारत के किसी भी नागरिक के साथ धर्म, नस्ल, जाति, लींग या जन्मस्थान के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता है। समानता के अधिकार का हनन होने पर दलित इस प्रावधान का सहारा लेते है।

Q.2. अनुच्छेद 17 के प्रावधान लिखे।
Ans: संविधान के अनुच्छेद 17 में अस्पृश्यता या छुआछूत का उन्मूलन किया गया है। इसका मतलब यह है कि अब कोई भी व्यक्ति दलितों को पढ़ने, मंदिरों में जाने और सार्वजनिक सुविधाओ का इस्तेमाल करने से नहीं रोक सकता। इसका मतलब यह भी है कि छुआछूत गलत है और लोकतांत्रिक सरकार इस तरह के आचरण को बर्दाश्त नहीं करेगी। लिहाजा अस्पृश्यता अब एक दंडनीय अपराध है।

Q.3. दलित शब्द का अर्थ स्पष्ट करे।
Ans: दलित शब्द का मतलब होता है दबा-कुचला। दलित समूहों ने यह शब्द जाति व्यवस्था के तहत अपने साथ सदियों से होते आ रहे भेदभाव को रेखांकित करने के लिए खुद चुना है।

Q.4. हाशियाई तबकों ने मौलिक अधिकारों को किन दो रूपों में इस्तेमाल किया है?
Ans: हाशियाई तबकों ने मौलिक अधिकारों को निम्न दो रूपों में इस्तेमाल किया है:

  • पहला, मौलिक अधिकारों पर जोर देकर उन्होंने सरकार को अपने साथ हुए अन्याय पर ध्यान देने पर मजबूर किया है।
  • दूसरा, उन्होंने इस बात के लिए दबाव डाला है कि सरकार इन कानूनों को लागू करे। कई बार हाशियाई तबकों के संघर्ष के वजह से ही सरकार को मौलिक अधिकार की भावना के अनुरूप नए कानून बनाने पड़े है।

Q.5. अस्पृश्यता क्या है?
Ans: अस्पृश्यता एक सामाजिक कुरीति है जिसमे कुछ निम्न वर्ग के लोगों को अछूत माना जाता है तथा उन्हे पढ़ने, मंदिर जाने, तथा अन्य सामाजिक सुविधाओ का इस्तेमाल करने से रोक दिया जाता है। संविधान के अनुच्छेद 17 में अस्पृश्यता का उन्मूलन किया जा चुका है। संविधान का अनुच्छेद 15 भी अस्पृश्यता के खिलाफ है।

Q.6. 1989 का अधिनियम क्या है?
Ans: 1989 का अधिनियम अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के अत्याचार निवारण का अधिनियम था। यह कानून 1989 में दलितों तथा अन्य समुदायों की जवाब के मांग में बनाया गया था। यह अनुसूचित जातियों और जनजातियों में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ अपराधों को दंडित करता है। यह अधिनियम पीड़ित समुदायों को विशेष सुरक्षा और अधिकार देता है।

Q.7. 1989 के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम के प्रावधान लिखे।
Ans: इस अधिनियम में कई स्तर के अपराधों के बीच फर्क किया गया है। इसमे शारीरिक रूप से खौफनाक और नैतिक रूप से निंदनीय अपमान के स्वरूपों की सूची दी गई है इसका मकसद ऐसे लोगों को सजा दिलाना है जो –

  • अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसी व्यक्ति को कोई गंदा पदार्थ खाने या पीने के लिए विवश करते है।
  • अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसी व्यक्ति के नाम पर दी गई जमीन पर कोई कब्जा करता है तों उसे सजा दी जाएगी।

Q.8. ‘बहिष्कार’ एवं ‘आग्रही’ शब्द का अर्थ स्पष्ट करे।
Ans: बहिष्कार: बहिष्कार शब्द का मतलब किसी व्यक्ति या समूह को बाहर निकाल देने या प्रतिबंधित कर देने से होता है।
आग्रही: जो व्यक्ति या समूह पुरजोर तरीके से अपनी बात रखता है उसे आग्रही कहते है।

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