Indo China Mein Rastrawadi Andolan: इंडो- चाइना में राष्ट्रवादी आंदोलन

इंडो- चाइना में राष्ट्रवादी आंदोलन: इस अध्याय में आप कक्षा 10 के इतिहास के अध्याय 2 के महत्वपूर्ण प्रश्न तथा उत्तर पढ़ेंगे। ये सभी प्रश्न उत्तर झारखंड बोर्ड के कक्षा दसवीं की वार्षिक परीक्षा की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है। इन सब को तैयार करते समय बहुत सावधानी बरती गई है फिर भी पुस्तक का सहारा अवश्य लें क्योंकि यहां पर उपलब्ध जानकारी से किसी भी प्रकार की हानी के लिए इस वेबसाइट के कर्ता-धर्ता जिम्मेदार नहीं होंगे।

इंडो- चाइना में राष्ट्रवादी आंदोलन अति लघु उत्तरीय प्रश्न तथा उत्तर

Q.1. यातना शिविर किसे कहा जाता है?
Ans:
यातना शिविर एक प्रकार की जेल होती है जिसमें कानूनी प्रक्रिया का पालन किए बिना ही लोगों को कैद में डाल दिया जाता है इस शब्द को सुनकर गहने यात्रा और निर्मम अत्याचार की तस्वीरें मन में कौंध जाती है।

Q.2. एजेंट ऑरेंज से क्या अभिप्राय है?
Ans:
एजेंट ऑरेंज एक प्रकार का जहर था जिसके छिड़काव मात्र से पेड़ों की पत्तियां झड़ जाती है और पौधे मर जाती है।

Q.3. सन यात सेन कौन थे?
Ans:
सन यात सेन चीन के एक महान नेता थे जिन्होंने चीन में राजतंत्र के पतन के पश्चात गणतंत्र की स्थापना किया था।

Q.4. वियतनाम की अर्थव्यवस्था किन कारकों पर निर्भर करती थी?
Ans:
वियतनाम की अर्थव्यवस्था निम्न दो कारकों पर निर्भर करती थी:

  • मुख्य रूप से चावल की खेती पर।
  • रबड़ के बागानो पर जिसके स्वामी फ्रांस और मुट्ठी भर वियतनाम के नागरिक थे।

Q.5. समन्यवाद क्या है?
Ans:
समन्यवाद ऐसा विश्वास जिसमें विभिन्नताओ की बजाय समानता पर ध्यान देते हुए अलग-अलग मान्यता और आचारों को एक दूसरे के साथ लाने का प्रयास किया जाता है।

इंडो- चाइना में राष्ट्रवादी आंदोलन लघु उत्तरीय प्रश्न तथा उत्तर

Q.1. हो ची मिन्ह मार्ग से क्या अभिप्राय है?
Ans:
उत्तरी और दक्षिणी वियतनाम को जोड़ने वाला यह मार्ग फुटपाथ और सड़कों का एक ऐसा विशाल नेटवर्क था जिसके जरिए उत्तर से देश के दक्षिणी भाग में सैनिक और दूसरे को पहुंचाया जाता था। वर्षा के दिनों में पीठ पर सामान उठाए स्त्रीयां और पुरुष अपने सैनिकों की सहायता कर सकते थे। इसी मार्ग के कारण पहले फ्रांस को बाद में अमेरिका को वियतनाम में मुंह की खानी पड़ी।

Q.2. कन्फ्यूशियस कौन होते थे?
Ans:
कन्फ्यूशियस एक चीनी विचारक थे जिन्होंने सदाचार, व्यवहार, बुद्धि और उचित सामाजिक संबंधों को आधार बनाते हुए एक दार्शनिक व्यवस्था विकसित की थी। उनके सिद्धांतों के आधार पर लोगों को बड़े- बुजुर्गों व माता-पिता का आदर करने और उनका कहना मानने का पाठ पढ़ाया जाता था जिन्हें सिखाया जाता था कि राजा और प्रजा का संबंध ऐसा ही होना चाहिए जैसा माता-पिता का अपने बच्चों के साथ होता है।

Q.3. उपनिवेशकारों की ‘सभ्यता मिशन’ का अर्थ क्या था?
Ans:
यूरोपीय उपनिवेशकार स्वयं को सभ्य तथा अपने उपनिवेशों को असभ्य तथा पिछड़ा हुआ मानते थे। वे यह भी समझते थे कि असभ्य तथा पिछड़े तक सभ्यता की रोशनी पहुंचाना उनका दायित्व है। अतः उन्होंने उपनिवशो की स्थापना को ‘सभ्यता मिशन’ घोषित किया।

Q.4. वियतनाम में फ्रांसीसीयो ने संरचनागत परियोजनाओं का निर्माण क्यों शुरू किए?
Ans:
वियतनाम में फ्रांसीसीयो ने संरचनागत परियोजनाओं का निर्माण शुरू करने के कारण:

  • व्यापारिक वस्तुओं के आवागमन को बढ़ाने के लिए
  • फौजी टुकड़ियों की आवाजाही के लिए
  • पूरे क्षेत्र पर नियंत्रण कायम करने के लिए
  • फ्रांसीसी व्यवसायी भी सरकार पर यह जोरदार रहे थे कि अवरचनागत परियोजनाओं को और तेजी से आगे बढ़ाया जाए

Q.5. वियतनाम के केवल एक तिहाई विद्यार्थी ही स्कूली पढ़ाई सफलतापूर्वक पूरी कर पाते थे। कोई तीन बिंदु देते हुए वर्णन करें।
Ans:
वियतनाम में शिक्षा काफी मांगी थी अतः केवल धनी वर्ग ही शिक्षा प्राप्त करने में सक्षम थे इसके साथ ही शिक्षा का माध्यम फ्रांसीसी भाषा की जो सामान्य लोगों के लिए वैकेंसी भारी संख्या में विवेचना में छात्रों की परीक्षाओं में फेल कर दिया जाता था ताकि फ्रांसीसी यों के लिए सुरक्षित अच्छी नौकरियों के लिए योग्यता प्राप्त नहीं कर सके फ्रांसीसी वियतनाम में आधुनिक शिक्षा का अधिक विकास नहीं करना चाहते थे उन्हें डर था कि शिक्षित वर्ग औपनिवेशिक शासन का विरोध कर सकता है।

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