Yurop mein Rashtrawaad ka Uday: यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय

यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय: इस अध्याय में आप कक्षा 10 के इतिहास के अध्याय 1 के महत्वपूर्ण प्रश्न तथा उत्तर पढ़ेंगे। ये सभी प्रश्न उत्तर झारखंड बोर्ड के कक्षा दसवीं की वार्षिक परीक्षा की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है।

यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय अति लघु उत्तरीय प्रश्न तथा उत्तर

Q.1. राष्ट्र क्या है?
Ans; आन्सर्ट रेनन के अनुसार राष्ट्र समान, भाषा नस्ल धर्म या क्षेत्र से बनता है। एक राष्ट्र लंबे प्रयासों, त्याग और निष्ठा का चरम बिन्दु होता है।

Q.2. उदारवाद से आपका क्या तात्पर्य है?
Ans; उदारवाद शब्द लेटिन भाषा के शब्द ‘Liber’ से निकला है जिसका अर्थ होता है आजाद। इस प्रकार उदारवाद का अर्थ हुआ व्यक्ति के लिए आजादी, कानून के समक्ष सबकी बराबर, निरंकुश शासक और पादरी वर्ग के विशेषाधिकारो की समाप्ति तथा संविधान तथा संसदीय प्रतिनिधि सरकार की स्थापना।

Q.3. नेपोलियन बोनापार्ट कौन था?
Ans; नेपोलियन बोनापार्ट फ्रांस का एक महान सेनानायक था जिसके नेतृत्व में फ्रांस ने अनेक विजय प्राप्त की। बाद में उसे फ्रांस का पहला सम्राट घोषित किया गया उसके द्वारा उदारवादी शासन व्यवस्था के लिए बनाई गई आचार संहिता प्रसिद्ध है।

Q.4. रूढ़िवादी कौन थे?
Ans; उदार वादियों के विपरीत रूढ़ीवादी वे लोग थे जो यह मानते थे कि राज्य और समाज के स्थापित पारंपरिक संस्थाएं जैसे राजतंत्र, चर्च ,सामाजिक ऊंच-नीच, संपत्ति और परिवार को बनाए रखना चाहिए।

Q.5. नारीवाद से क्या अभिप्राय है?
Ans; नारीवाद एक ऐसा दर्शन है जो स्त्री पुरुष की सामाजिक आर्थिक राजनीतिक समानता के सिद्धांत पर आधारित है इस दर्शन का उदय 18 वीं सदी में जर्मनी में हुआ जहां महिलाओं को एक लंबे समय से राजनीतिक अधिकारों से वंचित रखा गया था।

यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय लघु उत्तरीय प्रश्न तथा उत्तर

Q.1. काउंट कैमिलो दे कावूर पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।
Ans; काउंट कैमिलो दे कावूर इटली के सार्डनिया- पीडमोनत राज्य का प्रमुख मंत्री था। उसने इटली के विभिन्न क्षेत्रों के एकीकरण के लिए आंदोलन का नेतृत्व किया। वह ना तो क्रांतिकारी था ना ही डर्मोक्रेट। इतावली जातीय समूह के अनेक अन्य धनी और शिक्षित सदस्यों की भांति वह इतावली की अपेक्षा फ्रेंच भाषा को अधिक बेहतर ढंग से बोलता था। फ्रांस से उसके गहरे कूटनीतिक संबंध थे जिसकी सहायता से के 1859में उसने ऑस्ट्रिया को पराजित किया।

Q.2. यूनानी स्वतंत्रता युद्ध पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।
Ans; 15 वीं सदी में यूनान ऑटोमन साम्राज्य का हिस्सा बना यूरोप में राष्ट्रवाद से प्रेरणा पाकर यूनानियों ने 1821 ईसवी में स्वतंत्रता के लिए संघर्ष प्रारंभ किया। उस समय पश्चिमी यूरोप का भी समर्थन उसे प्राप्त था। साहित्यकारों ने यूनान को यूरोपीय सभ्यता का पालक बताया तथा यूनानी संस्कृति का महिमामंडन किया। इस प्रकार यूनान एक मुस्लिम साम्राज्य के विरुद्ध संघर्ष करने को तैयार हो गया। यूनान के स्वतंत्रता संग्राम में रूमानी वाद को जोड़कर वहां के कवि और कलाकारों ने भी ऑटोमन साम्राज्य के विरुद्ध संघर्ष में हिस्सा लिया। अंततः एक लंबे संघर्ष के बाद 1832 ईसवी में कुस्तुनतुनिया की संधि के द्वारा यूनान को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता प्राप्त हुई।

Q.3. राष्ट्रवादी संघर्षो में महिलाओं की भूमिका पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।
Ans; राष्ट्रवादी संघर्ष में सारे संसार में महिलाओं ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राष्ट्रवादी संघर्षो में महिलाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया फिर भी उदारवादी आंदोलन के अंदर महिलाओं को राजनीतिक अधिकार देने का मुद्दा विवादित है। महिलाओं ने अपने राजनीतिक संगठन स्थापित किए अखबार शुरू किए तथा राजनीतिक बैठकों में भाग लेना प्रारंभ किया परिणाम यह हुआ कि महिला अधिकारों के प्रति उदार वादियों तथा शासकों के विचारों में परिवर्तन हुआ तथा महिलाओं के सामाजिक आर्थिक तथा राजनीतिक अधिकारों का मार्ग प्रशस्त हुआ।

Q.4. फ्रैंकफर्ट संसद पर टिप्पणी लिखें।
Ans; 18 मई 1848 को 831 निर्वाचित प्रतिनिधियों ने एक सजे धजे जुलूस में जा रहे फ्रैंकफर्ट संसद में अपना स्थान ग्रहण किया। यह संसद सेंट पॉल चर्च में आयोजित हुई। उन्होंने एक जर्मन राष्ट्र के लिए संविधान का प्रारूप तैयार किया।इस रास्ते की अध्यक्षता ऐसे राजा को सौंपी गई जिसे संसद के अध्ययन में आया था संसद में मध्यवर्ग का प्रभाव अधिक था जिन्होंने मजदूरों और कारीगरों की मांगों का विरोध किया जिससे उनका समर्थन खो बैठे। अंत में सैनिकों को बुलाया गया और असेंबली भंग होने पर मजबूर हुई।

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