जनसंख्या- वितरण, घनत्व ,वृद्धि और संघटन: कक्षा 12 के भूगोल पुस्तक की जनसंख्या विषय में जनसंख्या वितरण, घनत्व, वृद्धि और संगठन के बारे में पड़ेंगे और उससे संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर करेंगे जो वार्षिक परीक्षा के लिए अति महत्वपूर्ण होंगे।
जनसंख्या लघु उत्तरीय प्रश्न
Q.1. भारत के जनसंख्या के व्यावसायिक संगठन का विवरण दीजिए।
Ans: व्यावसायिक संगठन से अर्थ है किसी व्यक्ति की खेती, निर्मान, व्यापार सेवा आदि क्रियाकलापों में लगे रहना। भारत में कुल श्रमजीवी जनसंख्या का 58% भाग कृषि एवं अन्य प्राथमिक क्रियाकलाप में संलग्न है। घरेलू उद्योग एवं वित्तीय क्रियाकलाप में 4.2% तथा 37.6% तृतीयक क्रियाकलाप जैसे गैर घरेलू उद्योग व्यापार वाणिज्य विनिर्माण आदि सेवाओं में कार्यरत है। इस प्रकार भारत में प्राथमिक सेक्टर में श्रमजीवी लोगों की संख्या अन्य सेक्टरों की अपेक्षा अधिक है।
Q.2. आर्थिक स्तर की दृष्टि से भारतीय जनसंख्या के 3 वर्ग कौन से हैं प्रत्येक वर्ग की मुख्य विशेषता स्पष्ट कीजिए।
Ans: आर्थिक स्तर की दृष्टि से भारतीय जनसंख्या के निम्नलिखित 3 वर्ग हैं:
1. मुख्य श्रमिक: यह व्यक्ति जो 1 वर्ष में कम से कम 183 दिन काम करता है।
2. सीमांत श्रमिक: वह व्यक्ति जो 1 वर्ष में 183 दिनों से कम काम करता है।
3.अश्रमिक: वह व्यक्ति जो अपने भरण-पोषण के लिए दूसरों पर निर्भर करता है, भारत में 61% जनसंख्या और श्रमिक वर्ग से जुड़ी है
Q.3. भारत के जनसंख्या की सामान्य विशेषताओं का उल्लेख करें।
Ans: भारत की जनसंख्या की सामान्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
1.क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व में भारत का स्थान सातवा है, जबकि जनसंख्या की दृष्टि से भारत का स्थान विश्व में द्वितीय है.
2. भारत का क्षेत्रफल विश्व के क्षेत्रफल का 2.4 प्रतिशत है, जबकि भारत की जनसंख्या विश्व जनसंख्या का 16.7% है.
3. भारत की जनसंख्या का एक बड़ा भाग प्राथमिक कार्यों में संलग्न है.
4. भारत की जनसंख्या का एक बड़ा भाग गांव में निवास करता है.
5. भारत की जनसंख्या में नृजातीय विविधता पाई जाती है।
6. भारत की जनसंख्या का वितरण देश में समान रूप से है। एक तरफ सिक्किम की जनसंख्या 5.4 लाख है तो दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश की जनसंख्या 16.6 करोड़ है।
जनसंख्या दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
Q.4. भारत में जनसंख्या के घनत्व को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारकों की विवेचना कीजिए।
Ans: भारत में जनसंख्या के असमान वितरण के निम्नलिखित कारण है:
- उचावच: समतल भूमि जनसंख्या के निवास के अनुकूल शर्त है। अतः नदी घाटियों, तटीय मैदान तथा उत्तरी मैदानों में अधिक जनसंख्या निवास करती है जबकि पर्वतीय दलदली जलमग्न आदि क्षेत्रों में कम जनसंख्या निवास करती है। उदाहरण के लिए जम्मू कश्मीर तथा पूर्वी क्षेत्र में राज्यों में कम जनसंख्या है जबकि उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश बिहार आदि राज्यों में अधिक जनसंख्या है।
- जलवायु: विषम जलवायु क्षेत्रों जैसे- जम्मू कश्मीर, राजस्थान, हिमालय के शीत प्रदेश में बदल जनसंख्या पाई जाती है जबकि सहनशील अथवा अनुकूल जलवायु वाले क्षेत्रों में सघन जनसंख्या पाई जाती है।
- मिट्टी: भारत एक कृषि प्रधान देश है अतः यहां मिट्टी उपजाऊ तथा कृषि की अनुकूल स्थितियां विद्यमान है। वहां सघन जनसंख्या है जैसे- उत्तर प्रदेश, बिहार आदि इसके विपरीत राजस्थान के मरुस्थल भूमि और हिमालय की तराई क्षेत्र में कम उपजाऊ होने के कारण यहां जनसंख्या विरल है।
- संसाधनों की उपलब्धता: संसाधनों की उपलब्धता दामोदर घाटी में खनिज संसाधनों की प्रचुरता पूर्वी तटीय मैदानों में मत्स्य पालन की सुविधा तथा पर्वतीय क्षेत्रों में इमारती लकड़ियों की बहुलता के कारण इन क्षेत्रों में सघन जनसंख्या निवास करती है।
- उद्योगीकरण: औद्योगिकरण नगरीकरण को प्रोत्साहित करता है नगरीकरण नगरीय जनसंख्या में वृद्धि का एक महत्वपूर्ण कारक है भारत के प्रायः सभी और योगिक रूप से विकसित क्षेत्रों में सघन जनसंख्या पाई जाती है जैसे दुर्गापुर भिलाई राउरकेला रांची जमशेदपुर बोकारो आदि।
Q.5. भारत में जनसंख्या वितरण के प्रारूप का उल्लेख करें।
Ans: जनसंख्या घनत्व प्रति इकाई क्षेत्रफल पर व्यक्तियों की संख्या द्वारा व्यक्त किया जाता है। देश के विभिन्न राज्यों में यह अलग-अलग है जिसके कई भौगोलिक कारण है, घनत्व की दृष्टि से भारत को निम्न भागों में विभक्त किया जा सकता है:
- अत्यधिक कम घनत्व वाले क्षेत्र: यह वैसे क्षेत्र हैं जहां 200 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर से भी कम घनत्व है, यह राज्य अरुणाचल प्रदेश छत्तीसगढ़ हिमाचल प्रदेश जम्मू-कश्मीर मध्य प्रदेश मणिपुर मेघालय नागालैंड राजस्थान उत्तराखंड आदि है।
- कम घनत्व वाले क्षेत्र: ऐसे राज्यों में 201 से 400 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर निवास करते हैं, ऐसे राज्यों में गुजरात महाराष्ट्र कर्नाटक आंध्र प्रदेश उड़ीसा झारखंड असम है।
- मध्यम घनत्व वाले क्षेत्र: इस क्षेत्र में 401 से 600 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर निवास करते हैं। ऐसे राज्यों में पंजाब हरियाणा तथा तमिलनाडु है।
- उच्च घनत्व वाले क्षेत्र: इस क्षेत्र में 601 से 800 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर निवास करते हैं ऐसे राज्यों में अंतर्गत केवल उत्तर प्रदेश का नाम आता है।
- उच्चतम घनत्व वाले क्षेत्र: क्षेत्र में 800 से अधिक व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर निवास करते हैं, इसके अंतर्गत बिहार चंडीगढ़ दमन मेघालय दिल्ली लक्षदीप पांडिचेरी तथा पश्चिम बंगाल दर्ज किए जाते हैं।