एक श्रेष्ठ विकल्प के लिए त्यागा गया दूसरा श्रेष्ठ विकल्प पहला पिकल्प का अवसर लगत कहलाता है। अर्थात x-वस्तु की अवसर लागत y- वस्तु की वह मात्रा है जो x- वस्तु के लिए त्यागी गयी है।
अवसर लगत तथा उससे संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर।
अवसर लगत से संबधित सभी महत्वपूर्ण प्रश्न को यहाँ देखें। ये सभी प्रश्न कक्षा 12 के वार्षिक परीक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। यदि आप अर्थशास्त्र की तैयारी करना चाहते है तो झारखण्ड पाठशाला आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। ये सभी प्रश्न देखें।
अवसर लागत क्या है?
अवसर लागत स्पष्टीकरण: माना किसी व्यक्ति के समक्ष उपलब्ध संसाधनों के उत्पादन के दो विकल्प मौजूद हैं। यह दो विकल्प गेहूं और चावल का हो सकता है। यदि वह गेहूं का उत्पादन करता है तो उसे ₹5000 की धनराशि का मुनाफा होगा तथा चावल के उत्पादन से उसे ₹4000 का मुनाफा होगा। साधनों के सीमित मात्रा में होने के कारण वह दोनों में से किसी एक का ही उत्पादन कर सकता है। आप देख सकते हैं गेहूं का मुनाफा चावल के मुनाफे के तुलना में कई ज्यादा है। ऐसी स्थिति में एक विवेकशील उपभोक्ता गेहूं का उत्पादन करेगा। इसमें उससे ₹5000 का मुनाफा होगा किंतु इसके लिए वह चावल के ₹4000 मुनाफे को गवा देगा। यह ₹4000 गेहूं के उत्पादन का अवसर लागत है जिसका उत्पादक ने त्याग कर दिया।
सीमांत अवसर लागत क्या है?
x-वस्तु की एक अतिरिक्त इकाई के लिए y-वस्तु की जितनी भी मात्रा त्यागी जाती है उसे x-वस्तु की सीमांत अवसर लागत कहते हैं।
सीमांत अवसर लागत वक्र:
इस वक्र को आप देख सकते जो ठीक उत्पादन संभावना वक्र के सामान है। वास्तव में सीमांत अवसर लगत उत्पादन संभावना वक्र के ध्यान से ही सबंधित होता है जो ये बताता है की एक अतरिक्त अवसर को प्राप्त करने लिए दूसरे अवसर की एक निश्चित मात्रा का त्याग करना पड़ता है। चित्र में abcde बिंदु में देख सकते हो जैसे- जैसे x- वास्तु की एक अतिरिक्त अवसर को प्राप्त किया जाता है वैसे – वैसे y- वास्तु की एक निश्चित मात्रा का त्याग करना पड़ता है।