धातु एवं अधातु: Dhaatu evan Adhaatu Class 10 Science

Dhaatu evan Adhaatu: धातु एवं अधातु: इस अध्याय में हम घातु और अधातु की विशेष गुणों की पहचान करेंगे और इसके महत्वपूर्ण प्रश्नों को हल करेंगे। कक्षा 10 के विज्ञान के सभी विषयों के समाधान एक लिए झारखण्ड पाठशाल को जरुर पढ़ें।

Dhaatu evan Adhaatu 1 अंक स्तरीय प्रश्न तथा उत्तर

Q.1. धातुएं कठोर सतह से टकराने पर आवाज उत्पन्न करती है, उन्हें क्या कहते हैं?
Ans: ध्यानिक (सोनोरस)
Q.2. एक ऐसे धातु का नाम लिखें जो ऊष्मा की अल्पतम चालक होती है?
Ans: लेड (Pb)
Q.3. एक ऐसी अधातु का नाम लिखें जो चमकीला होता है।
Ans: आयोडिन
Q.4. एक ऐसी अधातु का नाम लिखें जो विद्युत का सुचालक होता है
Ans: ग्रेफ़ाइट
Q.5. एक ऐसे धातु का नाम लिखें जो ऊष्मा का कुचालक होती है?
Ans: पारा (Hg), सीसा (Pb)
Q.6. एक ऐसी आधातु का नाम बताएं जो सामान्य ताप पर द्रव अवस्था में पाई जाती है।
Ans: ब्रोमीन
Q.7. एक ऐसी अधातु का नाम लिखे जो गैसीय अवस्था में पाई जाती है।
Ans: हाइड्रोजन
Q.8. उस धातु का नाम बताएं जो विद्युत के प्रवाह का तीव्र प्रतिरोध करता है?
Ans: पारा
Q.9. दो धातुओं के नाम बताएं जो प्रकृति में मुक्त अवस्था में पाई जाती है?
Ans: सोना तथा प्लेटिनम
Q.10. सिनेबार किस धातु का अयस्क है?
Ans: पारद
Q.11. सबसे कम ऊष्मा चालकों के नाम बताएं।
Ans: सीसा तथा पारा
Q.12. भूपर्पटी में दूसरे प्रचुर तत्व का नाम बताएं।
Ans: ऑक्सीजन
Q.13. भूपर्पटी में दूसरे सर्वाधिक प्रचुर तत्व का नाम बताएं।
Ans: सिलिकॉन
Q.14. एक अधातु का नाम लिखिए जो कठोरतम होता है?
Ans: हीरा
Q.15.किस धातु को छोड़कर सभी धातुएं कमरे के ताप पर पोस्ट होती है?
Ans: पारा ( मर्करी)
Q.16. सबसे अधिक तन्य धातु का नाम बताएं।
Ans: सोना
Q.17. कॉपर की एक मिश्रधातु का नाम बताएं।
Ans: पीतल
Q.18. सीसा तथा टिन की मिश्रधातु का नाम बताएं।
Ans: सोल्डर
Q.19. ताम्र तथा टिन की मिश्रधातु का नाम बताएं।
Ans: कांसा
Q.20. ताम्र एवं जिंक के मिश्रधातु को क्या कहते है?
Ans: पीतल

Dhaatu evan Adhaatu 2 और 3 अंक स्तरीय प्रश्न तथा उत्तर

Q.1. जिंक ऑक्साइड को उभयधर्मी ऑक्साइड क्यों कहा जाता है?
Ans: जिंक ऑक्साइड को उभयधर्मी ऑक्साइड इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह अम्लीय तथा क्षारीय दोनों ही गुणों को प्रदर्शित करता है।

Q.2. आयनिक यौगिक किसे कहते है?
Ans: जिन यौगिकों के अनु में वैद्युत संयोजक बंधन या आयनिक बंधन रहता है उन्हे वैद्युत संयोजक या आयनिक संयोजक कहते है।

Q.3. आयनिक यौगिकों का गलनांक उच्च क्यों होता है?
Ans: आयनिक यौगिकों का गलनांक तथा क्वथनांक उच्च होता है क्योंकि मजबूत अंतर- आयनिक आकर्षण को तोड़ने के लिए ऊर्जा की पर्याप्त मात्रा की आवश्यकता होती है।

Q.4. खनिज तथा अयस्क में अंतर स्पष्ट करे?
Ans: खनिज तथा अयस्क में अंतर:

  • भूपर्पटी में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले तत्वों या यौगिकों को खनिज कहते है। जबकि वे खनिज जिनसे धातुए आसानी से तथा कम खर्च में प्राप्त की जा सकती है, अयस्क कहते है।
  • सभी खनिजों से धातु का निष्कर्षण नहीं हो सकता है जबकि अयस्कों से धातु का निष्कर्षण हो सकता है।
  • सभी खनिज अयस्क नहीं होते है जबकि सभी अयस्क खनिज नहीं होते है/।

Q.5. धातुकर्म किसे कहते है?
Ans: अयस्क से धातु का निष्कर्षण तथा उसका परिष्करण कर उपयोगी बनाने के प्रक्रम को धातु कर्म कहते हैं।

Q.6. संरक्षण के लिए आवश्यक शर्तें क्या है?
Ans: संरक्षण के लिए आवश्यक शर्तें:
(1) वायु (आक्सीजन) की उपस्थिति
(2) नमी (जल) की उपस्थिति
(3) अभिक्रियाशील धातु की उपस्थिति

Q.7. मिश्र धातु किसे कहते हैं? इसके 2 नाम तथा उपयोग लिखें।
Ans: किसी धातु के किसी अन्य धातु अथवा अधातु के साथ गलित अवस्था में मिलाने से जो समांगी मिश्रण प्राप्त होता है उसे मिश्र धातु कहते हैं। मिश्र धातु के उदाहरण:
1) इस्पात- जहाज, पूलों एवं वाहनों के निर्माण में,
2) पीतल बर्तन निर्माण में।

Q.8. गर्म जल का टैंक बनाने में तांबे का उपयोग होता है परंतु इस्पात का नहीं क्यों ?
Ans: तांबा जल के साथ किसी भी स्थिति में अभिक्रिया नहीं करता है। लेकिन लोहा भाप के साथ अभिक्रिया कर ऑक्साइड एवं हाइड्रोजन गैस बनती गई। इसलिए गर्म जल का टैंक बनाने में तांबे का उपयोग होता है लेकिन लोहा अर्थात इस्पात का उपयोग नहीं किया जाता है।

Q.9. तांबे के विद्युत अपघटनी परिष्करण में आप एनोड, कैथोड एवं विद्युत अपघटय किसे कहते है?
Ans: एनोड- अशुद्ध तांबे की छड़ को एनोड कहते है।
कैथोड- शुद्ध तांबे की छड़ को कैथोड कहते है।
विद्युत अपघटय: धातु के लवण विलयन को विद्युत अपघतय कहते है।

Q.10. सोडियम, पोटेशियम एवं लिथियम को तेल के अंदर संग्रहीत किया जाता है क्यों?
Ans: सोडियम, पोटेशियम एवं लिथियम इतनी अभिक्रियाशील है कि खुले में रखने पर तुरंत आग पकड़ लेती है। उन्हे बचाने तथा आग लगने से रोकने के लिए उन्हे केरोसिन तेल के अंदर संग्रहीत किया जाता है।

धातु एवं अधातु| 5 अंक स्तरीय प्रश्न तथा उत्तर

Q.1. आयनिक अथवा विद्युत, संयोजी यौगको के गुणधर्म लिखें।
Ans: आयनिक अथवा विद्युत, संयोजी यौगको के गुणधर्म :

  1. सभी आयनिक ठोस अवस्था में होते है।
  2. आयनिक यौगिक का गलनांक तथा क्वथनांक उच्च होता है।
  3. अधिकांश आयनिक यौगिक जल में विलय होते है।
  4. बेन्जीन तथा मिट्टी के तेल जैसे कार्बनिक विलायकों में ये यौगिक विलय नहीं होते।
  5. इन योगिको का जलीय विलयन अथवा इन यौगिकों की गलित अवस्था विद्युतधारा की वाहक होती है।

Q.2. धातुओ तथा आधातुओ में कोई दो भौतिक तथा रासायनिक अंतर लिखे।
Ans: भौतिक गुणों के आधार पर अंतर:

धातु आधातु
1. धातुएं आघातवर्ध्य तथा तन्य होती है। 1. 1. अधातुएं आघातवर्ध्य तथा तन्य नहीं होती है। ये भंगुर होती है।
2. धातुएं ऊष्मा तथा विद्युत की सुचालक होती है। 2. अधातुएं ऊष्मा तथा विद्युत की कुचालक होती है।

भौतिक गुणों के आधार पर अंतर:

धातु आधातु
1. धातुएं विद्युत धनात्मक होती है।
Example- Na+, Ca++
1. अधातुएं विद्युत धनात्मक होती है।
Example- O2- Cl
2. धातुएं ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया कर क्षारीय धातु ऑक्साइड बनती है।
Example- 2Mg + O2 – 2MgO
2. अधातुएं ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया कर क्षारीय धातु ऑक्साइड बनती है।
Example- S + O2 – SO2

Q.3. आयनिक यौगिक ठोस अवस्था में विद्युत का चालक नहीं करते हैं परंतु गलित अवस्था में या जलीय विलियन के रूप में विद्युत का चालन करते हैं इसके पीछे क्या वैज्ञानिक कारण है?
Ans: ठोस अवस्था में आयनिक यौगिक विद्युत का चालन नहीं करते हैं क्योंकि ठोस अवस्था में दृढ़ संरचना के कारण आयनों की गति संभव नहीं होती है। लेकिन आयनिक यौगिक गलित अवस्था में विद्युत का चालन करते हैं क्योंकि गलित अवस्था में विपरीत आवेश वाले आयनों के मध्य स्थिरवैद्युत आकर्षण बल ऊष्मा के कारण कमजोर पड़ जाता है। इसलिए आयन स्वतंत्र रूप से गमन करते हैं एवं विद्युत का चालन करते हैं।

Q.4. निम्नांकित रासायनिक अभिक्रिया के संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए
1. एल्यूमिनियम + ऑक्सीजन >
2. एल्यूमिनियम ऑक्साइड + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल >
3. कैल्सियम + जल >
4. लोहा + भाप >
5. सोडियम + जल >

Ans:
1. 4 Al + 3O2 – 2 Al2O
2. Al2O3 + 6HCl > 2AlCl3 + 3H2O
3. Ca + 2H2O > Ca(OH)2 + H2
4. 3Fe + 4H2O > Fe3O4 + H2
5. 2Na + 2H2O > 2NaOH + H2

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