प्राचीन भारत के संचार मार्गो में प्रमुख रूप से समुद्री और जमीनी मार्ग मुख्य था। इसके अलावा एक मार्ग और होता है जिसे हम हवाई मार्ग कहते है जो की उस समय तक नहीं था। लेकिन वह मार्ग वर्तमान में है। यदि पहले की संचार मार्गों की बात करते है तो समुद्री मार्गों द्वारा प्राचीन भारत में सबसे ज्यादा आवागमन रहता था और अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में उसे वक्त बंगाल की खाड़ी एक प्रमुख मार्ग था। इसके आलावा सूरत के बंदरगाहों का भी उस वक्त काफी उपयोग किया जाता था। हालांकि मध्य काल के आते-आते व्यापर के लिए मसूली पट्टनम भी सूरत और बंगाल के साथ जाना जाने लगा।