उपनिषद आत्मा ब्रह्म श्रेय प्रेय BBMKU Philosophy Semester 3 Notes

उपनिषद में आत्मा, ब्रह्म, श्रेय और प्रेय की दार्शनिक व्याख्या | BBMKU Philosophy Semester 3 Notes

उपनिषद आत्मा ब्रह्म श्रेय प्रेय जैसे गूढ़ सिद्धांतों को प्रस्तुत करते हैं, जो भारतीय दर्शन की आत्मिक परंपरा की नींव हैं। आत्मा को उपनिषदों में शुद्ध, अविनाशी और …

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भगवद्गीता में स्थितप्रज्ञ और स्वधर्म का दार्शनिक विश्लेषण | Gita Philosophy Explained in Hindi BBMKU

भगवद्गीता में स्थितप्रज्ञ और स्वधर्म का दार्शनिक विश्लेषण | Gita Philosophy Explained in Hindi BBMKU

भगवद्गीता स्थितप्रज्ञ और स्वधर्म जैसे दो गहरे दार्शनिक सिद्धांतों को प्रस्तुत करती है जो न केवल युद्ध के मैदान में अर्जुन की मानसिक स्थिति को समझने में सहायक …

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ऋत, सत्य, ऋण और यज्ञ की वैदिक संकल्पनाएं | BBMKU Philosophy Semester 3 Answer

BBMKU UG Semester 3 Philosophy के लिए ऋत, सत्य, ऋण और यज्ञ की वैदिक संकल्पनाओं पर विस्तृत 15 अंकों का उत्तर। परीक्षा में उपयोगी सामग्री।

BBMKU UG Semester 3 Philosophy के छात्रों के लिए यह उत्तर “ऋत, सत्य, ऋण और यज्ञ की वैदिक संकल्पनाएं” विषय पर आधारित है, जो 15 अंकों के प्रश्नों …

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वेदों और उपनिषदों की मूल अवधारणा पर प्रकाश डालिए। Philosophy UG Semester 3 BBMKU

वेदों और उपनिषदों की मूल अवधारणा पर प्रकाश डालिए। Philosophy UG Semester 3 BBMKU

वेदों और उपनिषदों की मूल अवधारणा: भारत की सांस्कृतिक और दार्शनिक परंपरा अत्यंत प्राचीन, समृद्ध और विविधता से भरपूर रही है। इस परंपरा की नींव जिन ग्रंथों पर …

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