Political Science solved model Paper Set 2 Class 12

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Set 2

राजनीतिशास्त्र कक्षा 12

Time Allowed : 3 Hours Full Marks : 100 Pass Marks : 33

Group A Political Science solved model 

बहुविकल्पीय प्रश्न – उत्तर                         1 x 30 = 30

  1. वारसा पैक्ट कब हुआ था?
    1. 1955
    2. 1965
    3. 1949
    4. 1956
  2. पहला गुटनिरपेक्ष सम्मलेन कब हुआ?
    1. 1960 में 
    2. 1961 में
    3. 1962 में 
    4. 1964 में 
  3. सोवियत संघ के विभाजन के बाद रूस का प्रथम निर्वाचित राष्ट्रपति कौन था?
    1. ब्रेझनेव 
    2. येल्तसिन
    3. पुतिन 
    4. लेनिन 
  4. यूरोपीय आर्थिक सहयोग संगठन की स्थापना कब हुयी?
    1. 1957
    2. 1948
    3. 1955
    4. 1991
  5. कौन आसियान का सदस्य नहीं है?
    1. इंडोनेसिया 
    2. फिलीपींस 
    3. सिंगापुर 
    4. श्रीलंका
  6. निम्न में से कौन- सी पार्टी ‘नई राजनीति’ का प्रतिनिधित्व करने का दावा करती है?
    1. भाजपा (BJP)
    2. बहुजन समाज पार्टी (BSP)
    3. आम आदमी पार्टी (AAP)
    4. अपना दाल 
  7. हरित क्रांति का संबंध है-
    1. स्वामीनाथन
    2. गांधीजी 
    3. जवाहरलाल नेहरू 
    4. इनमे से कोई नहीं 
  8. राष्ट्र निर्माण की चुनौती है-
    1. भाषा 
    2. सरकार
    3. संविधान 
    4. इनमें से कोई नहीं
  9. संयुक्त राज्य अमेरिका ने साम्यवाद के विरासत को रोकने के लिए किन सैनिक समझौतों तथा संगठनों का निर्माण किया?
    1. NATO
    2. SEATO
    3. SENTO
    4. इनमें से सभी
  10. सोवियत संघ में कितने संघीय गणराज्य थे?
    1. 12
    2. 15
    3. 10
    4. 8
  11. भारत के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने 2 जून, 2015 को किस पूर्व- सोवियत देश की यात्रा की थी?
    1. बेलारूस
    2. रूस 
    3. उक्रेन 
    4. ताजीकिस्तान 
  12. 1969 में कांग्रेस के विभाजन के समय उसका अध्यक्ष कौन था?
    1. केo कामराज 
    2. निजलिंगप्पा
    3. इंदिरा गाँधी 
    4. गुलजारी लाल नंदा 
  13. आपातकाल के ज्यादतियों की जाँच करने के लिए निम्न में से कौन आयोग गठित किया गया था?
    1. लिब्रहान आयोग 
    2. शाह आयोग
    3. श्रीकृष्णा आयोग 
    4. मानव अधिकार आयोग 
  14. 1952 से 1967 के बिच भारतीय राजनीति में किस पार्टी का वर्चस्व रहा?
    1. कांग्रेस
    2. भारतीय जनता पार्टी (BJP)
    3. जनता पार्टी 
    4. जनता दाल 
  15. कौन- सी रेखा भारत और बंगदेश के बिच सीमा निर्धारित करती है? 
    1. डुरंड लाइन 
    2. मैकमोहन लाइन 
    3. रेडक्लिफ लाइन
    4. इनमें से कोई नहीं 
  16. भारत का पहला उप- प्रधान मंत्री कौन था?
    1. चौधरी चरण सिंह 
    2. सरदार वल्लभ भाई पटेल
    3. चंद्रशेखर 
    4. लालकृष्ण आडवाणी 
  17. संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन का नेतृत्व किस पार्टी द्वारा किया जा रहा है?
    1. भाजपा (BJP)
    2. भारतीय साम्यवादी पार्टी 
    3. कांग्रेस पार्टी
    4. समाजवादी पार्टी 
  18. मंडल आयोग की सिफारिशों को 1990 में किस प्रधान मंत्री ने लागु किया था?
    1. चंद्रशेखर 
    2. वीo पीo सिंह
    3. राजीव गाँधी 
    4. नरसिम्हा राव 
  19. आपातकाल के दौरान नवनिर्माण आंदोलन का नेतृत्व किसने किया था?
    1. महात्मा गाँधी 
    2. विनोबा भावे
    3. जयप्रकाश नारायण
    4. राममनोहर लोहिया
  20. नीति आयोग का पदेन अध्यक्ष कौन होता है?
    1. राष्ट्रपति 
    2. उपराष्ट्रपति
    3. प्रधानमंत्री
    4. लोक सभा का अध्यक्ष
  21. स्वतन्त्र भारत का प्रथम विधि मंत्री कौन था?
    1. मौलाना आजाद
    2. बीo जी0 खैर
    3. बी0 आर0 अमेडकर
    4. गोविन्द बल्लभ पंत
  22. भारतीय जनता पार्टी के प्रथम अध्यक्ष कौन थे?
    1. अटल बिहारी वाजपई
    2. राहुल गाँधी 
    3. मुरली मनोहर जोशी 
    4. इनमें से कोई नहीं 
  23. भारतीय संविधान का अनुच्छेद 370 किस राज्य से संबंधित था?
    1. सिक्किम 
    2. महाराष्ट्रा
    3. नागालैंड 
    4. जम्मू- कश्मीर
  24. 2000 में किस राज्य का निर्माण नहीं हुआ?
    1. छत्तीसगढ़ 
    2. झारखण्ड 
    3. उत्तराखंड 
    4. मिजोरम
  25. 1948 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने कौन- सी घोषणा अपनायी?
    1. मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा
    2. मानव व नागरिक अधिकारों की घोषणा 
    3. सामाजिक व राजनीतिक अधिकारों का अंतर्राष्ट्रीय अनुबंध 
    4. पर्यावरण की सुरक्षा की घोषणा 
  26. नव स्वतन्त्र राज्यों को कहा जाता है?
    1. तृतीया विश्व
    2. पिछड़े देश 
    3. विकसित राष्ट्र 
    4. ये सभी 
  27. संवैधानिक संकट कब उत्पन्न हुआ?
    1. 1970
    2. 1972
    3. 1973
    4. 1975
  28. जब 1975 में देश में आपातकाल लागु किया गया था तो भारत का राष्ट्रपति कौन था?
    1. नीलम संजीव रेड्डी 
    2. फखरुद्दीन अली अहमद
    3. वी0 वी0 गिरि
    4. जाकिर हुसैन 
  29. 14 बैंकों का राष्ट्रीयकरण किस वर्ष हुआ था?
    1. 1968
    2. 1969
    3. 1970
    4. 1971
  30. संयुक्त राष्ट्रसंघ के वर्तमान महासचिव  कौन है?
    1. बान की मून 
    2. कोफी अनान
    3. ऐंटोनियो गुटेरेस
    4. इनमें से कोई नहीं 

Group B Political Science solved model 

रिक्त स्थानों की पूर्ति करें। Fill in the banks:                                 1 x 10 = 10

31. 1964 में गुट- निरपेक्ष सम्मलेन में भारत के प्रधानमंत्री    जवाहरलाल नेहरू     ने भाग लिया। ( जवाहरलाल नेहरू / लाल बहादुर शास्त्री )

32 1955 में पाकिस्तान  बगदाद पैक्ट   संधि का सदस्य बना। ( नाटो / बगदाद पैक्ट )

33 संयुक्त राष्ट्रसंघ की महासभा   सुरक्षा परिषद्    की अनुशंसा पर महासचिव की नियुक्ति करती है। ( अंतर्राष्ट्रीय न्यायलय / सुरक्षा परिषद् )

34 10 जनवरी 1966 को भारत और पाकिस्तान ने     ताशकंद समझौता     पर हस्ताक्षर किया। ( शिमला समझौता / ताशकंद समझौता )

35 द्वि- राष्ट्र सिद्धांत  मु0 अली जिन्ना   की देन है। ( जवाहरलाल नेहरू / मु0 अली जिन्ना )

36 प्रधानमंत्री बनाने के बाद  चौधरी चरण सिंह  के बार भी संसद का मुँह नहीं देखा। ( राजीव गाँधी / चौधरी चरण सिंह )

37 शीतयुद्ध काल में नाटो का गठन    अमेरिका      द्वारा किया गया। ( अमेरिका / सोवियत संघ )

38 राज्य पुनर्गठन आयोग के अध्यक्ष     फजल अली    थे? ( फजल अली / मौलाना आजाद )

39 फ्रांस सुरक्षा परिषद् का     स्थायी    अध्यक्ष है। ( अस्थायी / स्थायी )

40 रेल हड़ताल      1974      में समाप्त हुयी। ( 1972 / 1974 )

Group C Political Science solved model 

अति लघुउत्तरीय प्रश्न। Very short answer type question:         2 x 10 = 20

41 शीतयुद्ध क्या अर्थ है?
उत्तर: शीतयुद्ध वह स्थिति है जिसमे दो देशों के बिच की राजनितिक स्थिति में दरार पड़ जाती है। दोनों ही देश एक दूसरे को मात देने हर मुमकिन कोसिस करती है, लेकिन कोई रक्तरंजित युद्ध नहीं होता। 1945 से लेकर 1991 तक ऐसी स्थिति सोवियत संघ और अमेरिका के बिच बानी थी। लेकिन दोनों ही देश परमाणु सम्पन होने के कारन युद्ध से होने वाले क्षति को सहना नहीं चाहते थे। इस कारन प्रत्यक्ष रूप से दोने में युद्ध नहीं हुयी। यह तनाव भी 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद समाप्त हो गयी। बर्नार्ड बरूच ने इसे सीतयुद्ध की संज्ञा दी।

42 गुटनिरपेक्ष और तटस्थता में क्या अंतर हैं?
उत्तर: तटस्थता राज्यों की वह अवस्था है जिसमें युद्ध के समय वे इस संघर्ष में भाग नहीं लेते और दोनों युद्धरत पक्षों से अपना शांतिपूर्ण संपर्क बनाए रखते हैं जबकि गुटनिरपेक्षता का अर्थ है विश्व के किसी भी गुट में सम्मिलित नहीं होना बल्कि आवश्यता पड़ने पर अपने देश के विकास के सभी से सहयोग प्राप्त करना।

43 शीट युद्ध काल में पक्षिमी और पूर्वी गठबंधन के क्या – क्या नाम थे?
उत्तर: वारसा पैक्ट पूर्वी देशों का सैन्य गठबंधन था जिसका नतृत्व सोवियत संघ कर रहा था तथा पक्षिमी देशों ने NATO सैन्य गुट बनाया था जिसका नेतृत्व संयुक्त राज्य अमेरिका कर रहा था।

44 किस देश को वर्चस्व की स्थिति प्राप्त हैं? क्या वर्चस्व स्थायी है?
उत्तर: 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद विश्व में अमेरिका का वर्चस्व स्थापित हो गया। वर्तमान में पुरे विश्व में अमेरिका का ही वर्चस्व है। वर्चस्व कभी स्थायी नहीं होता है। वर्तमान में यूरोपीय संघ और चीन अमरीकी वर्चस्व को चुनौती दे रहे है।

45 एकध्रुवीय विश्व से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: सीतयुद्ध के समय दुनियाँ दो गुटों में बँटी थी पूर्वी गुट और पक्षिमी गुट, इसे दो ध्रुवीय विश्व की संज्ञा दी गयी। सोवियत संघ के विघटन के बाद अमेरिका एक मात्र महाशक्ति के रूप में उभरा और धीरे-धीरे विश्व अर्थव्यवस्था पर उसका वर्चस्व स्थापित हो गया। इसे ही एक ध्रुवीय विश्व कहा गया।

46 भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितम्बर, 2016 में किस स्थान पर और किस भारत- आसियान शिखर सम्मलेन में भाग लिया था?
उत्तर: प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी 07 सितम्‍बर, 2016 से लेकर 08 सितम्‍बर, 2016 तक लाओस की राजधानी वियानतियाने में 14वें आसियान-भारत शिखर सम्‍मेलन और 11वें पूर्वी एशियाई शिखर सम्‍मेलन में भाग भाग लिए थे।

47 श्रीलंका में जातीय संघर्ष से आप क्या समझते है? विवेचना करें।
उत्तर: श्रीलंका का जातीय संघर्ष श्रीलंका के मूल निवासियों तथा श्रीलंका में बसें भारतियों तमिलों के बिच है। यह संघर्ष मुख्य रूप से तमिलों द्वारा श्रीलंका में अलग राष्ट्र की मांग एवं संसाधनों पर अधिकार के लिए था, वहीं दूसरी ओर सिंहली समुदाय द्वारा लगातार उनकी इस मांग का विरोध किया जाता रहा है।

48 संयुक्त राष्ट्रसंघ के क्या उद्देश्य है? 
उत्तर: प्रथम विश्व युद्ध के बाद युद्ध रोकने के लिए बनी संस्था राष्ट्रसंघ (लीग-ऑफ़-नेशंस) के असफल होने के कारन एवं 1939 से 1945 तक चले द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात् अंतराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा स्थापित करने के लिए पुनः एक अंतराष्ट्रीय संगठन की आवश्यक्ता महसूस की गयी। अतः 24 अक्टूबर 1945 को संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nations Organisation) की स्थापना की गयी। इसका मूल उद्देश्य विश्व में शांति और सुरक्षा बहाल करना तथा तृतीया विश्व युद्ध को टालना है।

49 देशी रियासतों अथवा रजवाड़ों से क्या अभिप्राय है? स्वतंत्रता के समय भारत में ऐसे रजवाड़ों की संख्या कितनी थी?
उत्तर: स्वतंत्रता के पहले भारत ब्रिटीशी शासन क्षेत्र और देशी रियासत में विभाजित थी। अंग्रेजों ने शासन सुविधा के अनुसार भारत के महत्वपूर्ण भू- भाग को कलकत्ता, मद्रास और बम्बई प्रेसेडेंसी में सम्मिलत किया था और शेष भू- भाग को देशी राजाओं को सौंप दिया। इसे ही देशी रियासत कहा गया जिसकी संख्या 565 थी जिसे स्वतंत्रता के पश्चात भारत में मिला लिया गया।

50 योजना आयोग का किस वर्ष उन्मूलन कर दिया गया? इसके अस्थान पर किस आयोग का गठन किया गया है?
उत्तर: 15 मार्च 1950 को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा पारित प्रस्ताव के द्वारा योजना की स्थापना की गई थी। योजना आयोग का अध्यक्ष प्रधानमंत्री होता है। 13 अगस्त 2014 को योजना आयोग खत्म कर दिया गया और इसके जगह पर नीति आयोग का गठन हुआ।

Group D Political Science solved model 

लघुउत्तरीय प्रश्न। Short Answer Type Questions.                        4 x 5 = 20

51 क्यूबा मिसाइल संकट का वर्णन करें। 
उत्तर: क्यूबा एक छोटा-सा द्वीपीय देश है जो अमेरिका के तट पर बसा हुआ है। क्यूबा अमेरिका का पड़ोसी होते हुए भी उसका जुड़ाव सोवियत संघ के साथ था। 1961 में सोवियत संघ के नेता निकिता ख्रुश्चेव को यह चिंता सता रही थी की कहीं अमेरिका साम्यवादी समर्थक देश क्यूबा पर हमला न कर दे और क्यूबा के नेता फिदेल कास्त्रो का तख़्ता न पलट दे। 1962 में सोवियत संघ के नेता क्यूबा को सैन्य अड्डा बनाने का निर्णय लिया तथा क्यूबा में अपने परमाणु मिसाइलें तैनात कर दी। अब सोवियत संघ पहले की तुलना में अमेरिका के पहले से दो गुना भू-भाग पर परमाणु हमला कर सकता था। इस बात की भनक अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी को लग गयी। उसे लगा सोवियत संघ युद्ध की तयारी कर रहा है। उसने अपने जंग्गी बेड़ो की सिमा को बढ़ाने का आदेश दिया और सोवियत संघ से क्यूबा आने वाली सैन्य पानी जहाजों को मध्य मार्ग में ही रोक दिया। पहली बार दोनों देशों की सैनाये आमने-सामने थी। अमेरिका ने सीधे तोर पे सोवियत संघ को धमकी दे डाली की क्यूबा से वे अपना परमाणु हथियार हटा ले नहीं तो उसे अमेरिका से युद्ध करना पड़ेगा। तृतीया विश्व युद्ध होने वाली थी पूरी दुनियाँ की नजर दोनों महाशक्तियों पर टिकी थी लेकिन दोनों ही परमाणु संपन्न देश होने के कारन आपसी बात-चित से युद्ध को टाला गया। दुनियाँ विश्व युद्ध से बच गई। इसी घटना को शीतयुद्ध के नाम से जाना जाता है।

अथवा, ‘प्रिवी पर्स’ से आप काया समझते है?
उत्तर: स्वतंत्रता के समय देश में पांच सौ से अधिक राजे रजवाड़े थे। इनकी रियासतों का विलय भारतीय गणराज्य में किया गया।उस समय राजाओं, नवाबों को सरकार ने उनकी अधिग्रहीत संपत्ति के एवज में कुछ धन देने का प्रावधान किया। प्रिवी पर्स किसी संवैधानिक या लोकतांत्रिक राजतंत्र में राज्य के स्वायत्त शासक एवं राजपरिवार को मिलने वाले विशेष धनराशी को कहा जाता है। भारतवर्ष में राजभत्ता देने की परियोजना की शुरुआत सन 1950 में लोकतांत्रिक गणराज्य की स्थापना के बाद हुई थी। इंदिरा गांधी ने खुद को समाजवादी सिद्ध कर के लिए प्रिवी पर्स को समाप्त कर दिया था।

52 अमेरिकी वर्चस्व से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: वर्चस्व का शाब्दिक अर्थ है दादागिरी। जब कोई देश महाशक्ति के रूप में उभरता है और वह अपने बल से विश्व राजनीती को अपने इच्छा अनुसार कर सकता है तो उसे उस देश का वर्चस्व कहा जाता है। 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद अमेरिका एक मात्र महाशक्ति के रूप में उभरा। अब सम्पूर्ण विश्व अमरीकी वर्चस्व के प्रभाव में आगई। वर्चस्व आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक तथा सैन्य शक्ति के रूप हो सकती है। वर्चस्व स्थायी नहीं होता है। वर्तमान में यूरोपीय संघ और चीन अमेरिकी वर्चस्व को टक्कर दे रहे है। 

अथवा, विविधता में एकता से आप क्या समझते है?
उत्तर: विविधता में एकता का अर्थ है अलग-अलग होने पर भी एक होना। भारत में अनेक प्रकार के लोग , वेशभूषा , बोली , रीति रिवाज, त्योहार ,खान पान सब अलग-अलग है फिर भी एक भारत है। अलग-अलग होते हुए भी हम सब भारतीय हैं। सांस्कृतिक , सामाजिक , शारीरिक ,भाषाई , धार्मिक , राजनीतिक , वैचारिक , मनोवैज्ञानिक अनेक प्रकार के मतभेदों के बाद भी एकता का होना, विविधता में एकता या अनेकता में एकता कहलाता है। भारत विविधताओं से भरा देश है जहां पर अलग-अलग जातियों,धर्मोऔर कई भाषाओं को बोल्ने वले लोग रहते हैं। इतने अन्तर के होने के बावजूद हम सब भारतीय ही कहलाते है।

53 राष्ट्र निर्माण में नेहरू मॉडल की विवेचना करें।

अथवा, कांग्रेस के प्रभुत्व से आप क्या समझतें है?

54 दल- बदल की राजनीति का लोकतंत्र पर क्या प्रभाव है?

अथवा, प्रतिबद्ध नौकरशाही क्या है? 1970 के दशक में किस संदर्भ में इस धारणा का उदय हुआ?

55 भारतीय संविधान में पछाड़ें वर्गों के लिया क्या प्रावधान है?

अथवा, 1967 का गैर- कांग्रेसवाद क्या है?
उत्तर: 1952 से लेकर 1962 तक के चुनावों में कांग्रेस का ही बार – बार सफलता मिलती रही जिससे चुनावी राजनीति कांग्रेस का प्रभुत्व रहा। गैर – कांग्रेसी वोट विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों में बँट जाती थी जिससे कांग्रेस को ही अधिक सीटें व् अधिक वोट प्राप्त होती थी। 1967 के चुनाव में इस स्थिति को रोकने के लिए विरोधी दलों ने गठबंधन बनायें तथा कांग्रेस के खिलाफ अलग – अलग उम्मीदवार खड़े न कर के एक संयुक्त उम्मीदवार को खड़ा किया। गैर- कोंग्रेसी विरोधी दलों ने एक प्रकार की भावना का नैरा दिया की इस बार कांग्रेस को हराना है। इस भावना को गैर-कांग्रेसवाद के नाम से जाना जाता है। गैर-कांग्रेसवाद की भावना का आम चुनाव में प्रभाव दिखाई दिया।

Group E Political Science solved model 

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न। Long Answer Questions.           5 x 4 = 20 marks

56 सोवियत प्रणाली क्या थी? इसके क्या दोष थे?
उत्तर: 1917 में रुसी क्रांति के बाद समाजवादी सोवियत संघ की स्थापना हुयी। समाजवादी की स्थापन पूँजीवादी अर्थयवस्था के विरोध में हुयी थी। इसका मूल उद्देश्य निजी संपत्ति की संस्था को समाप्त करने और समाज को समानता के सिद्धांत पर सचेत रूप से रचाने की सबसे बड़ी कोसिस थी। सोवियत प्रणाली के निर्माताओं के राज्य में एकल पार्टी को प्राथमिकता दी। इसमें विपक्षी दाल के लिए कोई स्थान नहीं था। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पूर्वी यूरोप के अधिकांश देश सोवियत प्रणाली को अपनाया क्योकि सोवियत संघ ने इन्हे फांसीवाद ताकत से मुक्त कराया था। सोवियत प्रणाली को अपनाने वाले देश ही दूसरी दुनियाँ कहलाये। इसका नेतृत्व सोवियत संघ कर रहा था। इसके खामिया निम्नलिखित है:

  1. सोवियत प्रणाली पर नौकरशाही का नियंत्रण स्थापित हो गया था, जिससे यह प्रणाली सत्तावादी हो गयी। इसके कारन नागरिको का जीवन कठिन हो गया। लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अभाव हो गया था। 
  2. सोवियत संघ में एक दाल यानि कम्युनिस्ट पार्टी का शासन था और इस दाल का भी संस्थाओं पर गहरा अंकुश था। यह दाल जनताओं के प्रति जवाबदेह नहीं थी।

संपादन जारी है …………

अथवा, आसियान की संरचना और महत्व का वर्णन करें।

संपादन जारी है …………

57 ” भाषा राष्ट्र निर्माण में एक चनौती है।” व्याख्या कीजिए।

संपादन जारी है …………

अथवा, भारत में लोकतंत्र स्थापित में किन प्रमुख चुनौतियों का सामना करना पड़ा?

संपादन जारी है …………

58 शॉक थेरेपी क्या थी? इसके क्या परिणाम हुए?
उतर: विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने ‘शॉक थेरेपी’ को साम्यवाद से पूँजीवाद की ओर संक्रमण का बेहतर तरीका माना लेकिन इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ा। यह मोडल नागरिकों को किये गए वादे को पूरा न कर सकी। जहाँ तक की साम्यवादी देशों के अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से तहस-नहस कर दी और जनता को बर्बादी की मर झेलनी पड़ी। रूस का औद्योगिक ढांचा चरमरा गया था। लगभग 90 प्रतिशत उद्योगों को निजी हाथों या कंपनियों को बेचा गया। आर्थिक ढाँचे का पुननिर्माण सरकार द्वारा निर्देशित औद्योगिक नीति के बजाय बाजार की तकते कर रही थी, इसलिए यह कदम सभी उद्योगों को मटियामेट करने वाला साबित हुआ। महत्वपूर्ण उद्योगों को औने-पौने दामों में निजीकंपनियों के हाथों नीलम कर दी गयी, इस कारन इसे इतिहास का सबसे बड़ा ‘गराज-सैल’ भी कहाँ जाता है। हालाँकि इस महाबिक्री में भाग लेने के लिए नागरिकों को भी अधिकार पत्र दिए गए थे लेकिन अधिकांश नागरिकों ने अपने अधिकार पत्र कालाबाजारियों के हाथों बेंच दिए क्योंकि उन्हें धन की जरुरत थी। रुसी मुद्रा रूबल में गिरावट आयी तथा मुद्रा स्फीति ज्यादा बड़ गयी। सामूहिक खेती बंद हो चुकी थी और अब लोगो के लिए खाद्दान सुरक्षा मौजूद नहीं था इस कारण रूस में खाद्दान की आयात की जाने लगी। समाजीक कल्याण की पुराणी व्यवस्था नष्ट हो चुकी थी। सरकारी रियायतों के खात्मे से ज्यादातर लोग गरीबी में पड़ गए थे। कई देशों में माफिया वर्ग का उदय हुआ और उसने अधिकतर आर्थिक गतिविधियों को अपने कब्जे में ले लिए। गरीबो और अमीरों के बिच की आर्थिक खायी बहुत गहरी हो गयी। अधिकांश देशो की संविधान हड़बड़ी में त्यार की गयी जिसमे राष्ट्रपति को अधिक शक्तिशाली बनाने कारन कुछ सत्तावादी हो गए और संसद मात्र एक कमजोर संस्था बन के रह गयी थी। 

अथवा, 1990 के दशक में भारतीय जनता पार्टी के उदय व् विकास पर एक लेख लिखिए।
उत्तर: 

संपादन जारी है …………

59 सुरक्षा परिषद् के संगठन एवं कार्यों का वर्णन करें।
उत्तर: यह संयुक्त राष्ट्र संघ का कार्यकारी अंग है जिस पर अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनायें रखने का दायित्व है। इसमें 5 स्थायी सदस्य और 10 अस्थायी सदस्य होतें है। पाँच स्थायी सदस्यों में अमेरिका, चीन, फ़्रांस, रूस और ब्रिटेन शामिल है। स्थायी सदस्यों के पास वीटो पावर होता है। अस्थायी सदस्यों का चुनाव दो वर्षो का होता है। अस्थायी सदस्यों के चुनाव से पहले ये देखा जाता है वह देश अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनायें रखने में क्या भूमिका निभाई है। दो वर्ष पूरा होने के तुरंत बाद उसकी नियुक्ति नहीं होती है तथा इसकी नियुक्ति एक विशेष फॉर्मूले के द्वारा की जाती है- 5 एफ्रो- एशियाई देशों से, 2 पक्षिमी यूरोप से, 1 पूर्वी यूरोप से तथा दो लेटिन अमेरिकी देशों से चुनी जाती है। सुरक्षा परिषद् के प्रमुख कार्य निम्लिखित है:

  1. सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र का सबसे शक्तिशाली निकाय है जिसकी प्राथमिक ज़िम्मेदारी अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा कायम रखना है।
  2. इसकी शक्तियों में शांति अभियानों का योगदान, अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों को लागू करना तथा सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के माध्यम से सैन्य कार्रवाई करना शामिल है।
  3. यह सदस्य देशों पर बाध्यकारी प्रस्ताव जारी करने का अधिकार वाला संयुक्त राष्ट्र का एकमात्र निकाय है।
  4. संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत सभी सदस्य देश सुरक्षा परिषद के निर्णयों का पालन करने के लिये बाध्य हैं।
  5. मौजूदा समय में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पाँच स्थायी सदस्यों के पास वीटो पॉवर है। वीटो पॉवर का अर्थ होता है ‘मैं अनुमति नहीं देता हूँ।’
  6. स्थायी सदस्यों के फैसले से अगर कोई सदस्य सहमत नहीं है तो वह वीटो पावर का इस्तेमाल करके उस फैसले को रोक सकता है।

अथवा, किन कारणों से 1969 में कांग्रेस पार्टी विभाजित हुयी? व्याख्या करें।
उत्तर: 1967 के आम चुनावों में कांग्रेस का प्रभुत्व काम होता नजर आया क्योकि 1967 के चुनाव में कांग्रेस हाथ से कई राज्यों की सरकारें निकल गयी। 1967 के चुनाव के बाद कांग्रेस के बिच आंतरिक स्तर पर सत्ता संघर्ष प्रारम्भ हो गया। कांग्रेस का एक बड़ा प्रभावशाली नेताओं का गुट सरकार पर नियंत्रण करना चाहता था परन्तु इंदिरा गाँधी धीरे- धीरे अपना नियंत्रण सरकार व पार्टी पर बनाने के प्रयास में लगी थी। कांग्रेस के बिच अर्थात इंदिरा गाँधी व सिंडिकेट के बिच सत्ता संघर्ष की लड़ाई 1969 में राष्ट्रपति के चुनाव में आमने – सामने आ गयी। जब कांग्रेस के अधिकाधिक उम्मीदवार के खिलाफ राष्ट्रपति के पद के लिए श्रीमती इंदिरा गाँधी अपने स्वतंत्र उम्मीदवारों के रूप में तत्कालीन उपराष्ट्रपति डॉ0 वी0 वी0 गिरी को न केवल खड़ा किया बल्कि उसकी जीत भी निश्चित की जिसके कारन श्रीमती इंदिरा गाँधी को कांग्रेस से निष्कासित कर दिया। जिसके फलस्वरूप 1969 में कांग्रेस में औपचारिक रूप से विभाजन हो गया। व धीरे – धीरे पुरानी कांग्रेस क्षीण हो गयी व इंदिरा गाँधी की नयी कांग्रेस ही वास्तविक कांग्रेस उभर कर आयी। इस प्रकार कांग्रेस के विभाजन के निम्न कारन थे:

  1. सिंडिकेट का प्रभावकारी रुख।
  2. सिंडिकेट और इंदिरा गाँधी के बिच सत्ता संघर्ष।
  3. राष्ट्रपति का चुनाव जिसमे श्रीमती इंदिरा गाँधी ने कांग्रेस के आधिकारिक उम्मीदवार के खिलाफ डॉ0 वी0 वी0 गिरी को खड़ा किया। 
  4. श्रीमती इंदिरा गाँधी की अपनी स्वतन्त्र रूप में कार्य करने की शैली।
  5. 1960 की कांग्रेस व 1970 के दशक की कांग्रेस की भिन्न – भिन्न संस्कृतियाँ।
  6. कांग्रेस की आतंरिक गुटबाजी।
  7. इंदिरा गाँधी की बढाती लोकप्रियता।

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