जन संघर्ष और आंदोलन: इस आर्टिकल में आप कक्षा 10 की राजनीतिक विज्ञान की अध्याय 5 के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए है। ये सभी प्रश्न उत्तर कक्ष 10 की वार्षिक परीक्षा के लिए अति महत्वपूर्ण है।
जन संघर्ष और आंदोलन अति लघु उत्तरीय प्रश्न तथा उत्तर
Q.1. आंदोलन की परिभाषा दें।
Ans: आंदोलन से हमारे अभिप्राय लोगों के एक ऐसे समूह से है जो बिना कोई संगठन बनाया मिलकर काम करने का प्रयास करते हैं तब यह समूह अपने आप को आंदोलन का नाम देते हैं।
Q.2. नेपाल और बोलिविया के संघर्ष में दो समान बातें लिखें।
Ans:नेपाल और बोलिविया के संघर्ष में दो समान बातें:
- दोनों ही घटनाओं में जनता एक बड़े पैमाने पर लामबंद हुई।
- दोनों ही घटनाओं में राजनीतिक संगठनों की भूमिका निर्णायक रही
Q.3. राजनीतिक दल और दबाव समूह के एक अंतर लिखें।
Ans: राजनीतिक दलों का मुख्य उद्देश्य देश की सत्ता पर नियंत्रण स्थापित करना होता है परंतु दबाव समूह का ऐसा कोई लक्ष्य नहीं होता वह सत्ता में हिस्सेदारी करना नहीं चाहती।
Q.4. दबाव समूह और आंदोलन राजनीति पर असर डालने के लिए कौन-कौन से ढंग अपनाते हैं।
Ans: दबाव समूह और आंदोलन राजनीति पर असर डालने के लिए अपनाए जाने वाले तरीके:
- सूचना अभियान
- चलाना बैठक आयोजित करना
- मीडिया को प्रभावित करना
Q.5. बामसेफ का पूर्ण रूप लिखें।
Ans: बैकवर्ड एंड माइनॉरिटी कम्युनिटी एंप्लाइज फेडरेशन।
जन संघर्ष और आंदोलन लघु उत्तरीय प्रश्न तथा उत्तर
Q.1. दबाव समूह से क्या अभिप्राय है?
Ans: दबाव समूह से हमारा तात्पर्य एक ऐसे संगठन से है जो कुछ लोगों द्वारा अपनी विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए बनाया जाता है दबाव समूह को फिट समूह के नाम से भी जाना जाता है दबाव समूह के लोगों का उद्देश्य राजनीति में प्रत्यक्ष भागीदारी करना नहीं होता दबाव संभोग थोड़े समय के लिए अस्तित्व में आते हैं और अपने सीमित उद्देश्यों की पूर्ति के पश्चात समाप्त हो जाते हैं।
Q.2. दबाव समूह और राजनीतिक दल में क्या अंतर है?
Ans: दबाव समूह और राजनीतिक दल में अंतर-
- दबाव समूह एक और राजनीतिक संगठन होता है वह किसी वर्ग के समान ही तो कर लेगा चलता है। जबकि, राजनीतिक दल एक राजनीतिक संगठन है जो समाज के सामान्य हितों का प्रतिनिधित्व करता है।
- दबाव समूह का उद्देश्य सार्वजनिक नीति निर्माण प्रक्रिया को प्रभावित करे अपने उद्देश्यों की पूर्ति करना होता है। जबकि, राजनीतिक दल का मुख्य उद्देश्य सत्ता को प्रभावित करना होता है।
- दबाव समूह केवल एक छोटा सा संगठन होता है जबकि राजनीतिक दल एक बड़ा संगठन होता है।
Q.3. नेपाल और बोलिविया के आंदोलन किस बात में आपस में मिलते जुलते हैं?
Ans: नेपाल और बोलिविया के जन आंदोलन में काफी मेल पाया गया है दोनों स्थानों पर लोगों ने सरकार के अन्याय पूर्ण कार्यों के विरुद्ध जन संघर्ष शुरू किया नेपाल में आंदोलन प्रजातंत्र की बहाली के लिए किया गया था वहां 7 पार्टियों ने सप्तदलीय गठबंधन बनाया और वहां के शासक ज्ञानेंद्र को मजबूर किया कि वह संसद को बहाल करें सर्वदलीय सरकार का निर्माण करें और नई संविधान सभा का गठन करें। बोलिविया में यह आंदोलन श्रमिकों, मानवाधिकारों कार्यकर्ताओं तथा सामुदायिक नेताओं द्वारा बनाए गए एक गठबंधन ने शुरू किया ताकि पानी का ठेका किसी बहुराष्ट्रीय कंपनी को ना दिया जाए।
Q.4. किस तरह से वर्गीय हित समूह भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है?
Ans: यह बात सच है कि एक वर्गीय हित समूहें भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कोई भी अकेला समूह पूरे समाज पर नहीं छा सकता है यदि एक समूह सरकार पर दबाव डालता है कि सरकारी नीतियां उसके पक्ष में हो तो दूसरा समूह के प्रयास करता है कि नीतियाँ पहले समूह के अनुकूल ना हो। ऐसी स्थिति में सरकार सोचने के लिए विवश हो जाती है कि विभिन्न वर्गों के लोगों की क्या इच्छा है? इससे एक शक्ति संतुलन तथा आपस में लड़ने वाले संभव हो को शांत किया जा सकता है?
Q.5. 2000 ईस्वी में बोलीविया में जन संघर्ष कैसे शुरू हुआ?
Ans: पानी के निजीकरण के विरुद्ध अनेक संस्थाओं जैसे- श्रमिकों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं तथा सामुदायिक नेताओं आदि ने एक गठबंधन स्थापित करके आम हड़ताल कर दी जब इससे कुछ भी नहीं बना तो फिर जन आंदोलन शुरू किया गया और राष्ट्रीय कंपनी के अधिकारियों को शहर छोड़कर भागना पड़ा यह आंदोलन बोलिविया के जन आन्दोलन के नाम से प्रसिद्ध है।
जन संघर्ष और आंदोलन दीर्घ उत्तरीय प्रश्न तथा उत्तर
Q.1. दबाव समूह की गतिविधियां लोकतांत्रिक सरकार के कामकाज में कैसे उपयोगी होती हैं?
Ans: दबाव समूह की गतिविधियां लोकतांत्रिक सरकार के कामकाज में निम्न तरीके से उपयोगी सिद्ध होती है:
- प्रायः सरकार धनी एवं शक्तिशाली लोगों के अनुचित दबाव में आ सकती है दबाव समूह तथा आंदोलन समूह इस अनुचित दबाव को कम करने में सहायक होते हैं।
- यह है समूह विभिन्न प्रकार के दबाव में संतुलन बनाए रखते हैं यदि एक दबाव समूह अपनी बात मनवाने के लिए सरकार पर अनुचित दबाव डालता है तो बाकी हित समूह इस अनुचित दबाव को विफल कर देते हैं।
- विभिन्न प्रकार के दबाव समूह के विरोध और प्रतिविरोध से सरकार को यह पता चलता है कि जनता क्या चाहती है यदि किसी एक समूह द्वारा सरकार पर अपने पक्ष में नीतियां बनाने के लिए दबाव डाला जाता है तो दूसरे समूह द्वारा पहले के पक्ष में नीतियाँ नहीं बनाने के लिए सरकार पर दबाव डाला जाता है। यह सरकार को जनता के विभिन्न वर्गों की इच्छाओं को सुनाने तथा समझने का मौका प्रदान करती है।
Q.2. वर्ग विशेष के हित समूह और जनसामान्य के हित समूह में अंतर स्पष्ट करें।
Ans: वर्ग विशेष के हित समूह और जन सामान्य के हित समूह में अंतर निम्नलिखित हैं:
- वर्ग हित समूह अमुमन समाज के किसी खास हिस्से अथवा समूह के हितों को बढ़ावा देना चाहते हैं जबकि जनसामान्य के हित समूह किसी खास की बजाय सामूहिक हित का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- वर्ग विशेष के हित समूह का उदाहरण मजदूर संगठन, व्यवसायिक संघ और पेशेवरों जैसे- वकील, डॉक्टर, शिक्षक आदि के समूह हैं जबकि जनसामान्य के हित समूह का उदाहरण बामसेफ है।
- वर्ग विशेष के हित समूह वर्ग विशेषि होते हैं क्योंकि यह समाज के किसी खास तबके जैसे कि मजदूर, कर्मचारी, व्यवसाय उद्योगपति, धर्म विशेष के अनुयाई अथवा किसी खास जाति का प्रतिनिधित्व करते हैं जबकि जन सामान्य के हित समूह का लक्ष्य अपने सदस्यों का नहीं बल्कि सर्वसामान्य की मदद करना होता है।
- वर्ग विशेष के हित समूह का मुख्य सरोकार पूरे समाज का नहीं बल्कि अपने सदस्यों की बेहतरी और कल्याण करना होता है जबकि सामान्य के हित समूह जनसामान्य के हित के लिए संघर्ष करते हैं तथा इसके लिए सरकार पर दबाव बनाते है।