जैव प्रक्रम श्वसन | Jaiv Prakram Swasan | Class 10 Science Chapter 6 Questions Answers

Jaiv Prakram Swasan: कक्षा 10वीं विज्ञान की अध्याय 6 के सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर यहाँ देखेंगे। विज्ञान 10 के सभी अध्यायों के समाधान पढ़ने के लिए झारखण्ड पाठशाला से जुड़े। यहाँ उपलब्ध सभी नोट्स निःशुल्क है।

Jaiv Prakram Swasan : 1 अंक स्तरीय प्रश्न तथा उत्तर

1. किस तरह के शवसन मैं अधिक ऊर्जा मुक्त होती है ?
उत्तर – ऑक्सी शवसन में।

2. जड़ का कौन सा भाग शवसन से संबंधित गैसों के लेन-देन में सम्मिलित होता है?
उत्तर -मूल रोम।

3. निम्नांकित जंतुओं के शवसन अंगों के नाम लिखें-

प्रश्न उत्तर
(i) मछलीगिल
(ii) मच्छरट्रेकिया
(iii) केचुआत्वचा
(iv) कुत्ताफेफड़े

4. निम्नांकित जंतुओं को ऑक्सीजन कहां – से मिलती है?

प्रश्न उत्तर
(i) झींगाझींगा -जल से।
(ii) चूहाचूहा -वायुमंडल से।

5. फुफ्फुस को ढकने वाली झिल्ली का नाम लिखें।
उत्तर- फुफ्फुसावरणी

6. टिंड़े मैं कौन – सा शवसननाग पाया जाता है?
उत्तर – ट्रेकिया या शवसन – नलिका।

7. केचुआ किस अंग से शवसन करता है?
उत्तर – केंचुआ त्वचा से शवसन करता है।

8. सरीसपो मे शवसन क्रिया किस अंग द्वारा होती है?
उत्तर – फेफड़ों द्वारा।

9. कोशिकिय शवसन का सक्रिय स्थल क्या है?
उत्तर – माइटोकॉन्ड्रिया।

10. एक ऐसे जंतु का नाम बताएं जो त्वचा और फेफड़े दोनों से सांस लेता हो।
उत्तर – मेंढक।

11. शवसन और दहन में कोई एक समानता बताएं।
उत्तर – दोनों ऑक्सीकरण की क्रियाएं है।

12. उस पदार्थ का नाम बताएं जो शवसन के पहले चरण में बनता है।
उत्तर – पायरूवेट।

13. ग्लूकोज के एक अणु के ऑक्सीकरण से कितनी ऊर्जा मुक्त होती है ?
उत्तर – 674 किलो कैलॉरी।

14. एंजाइम क्या है?
उत्तर – एंजाइम एक प्रकार का जैव-उत्प्रेरक है।

15. उस इंजाइम का नाम लिखें जो स्टार्च को तोड़ता है।
उत्तर – सैलाइवरी एमाइलेज।

16. शवसन का मध्यवर्ती पदार्थ क्या है?
उत्तर – पाइरूविक अम्ल।

17. पायरूवेट के निर्माण की क्रिया कहां होती है?
उत्तर – कोशिकाद्रव्य में।

18. पायरुवेट का विखणडन कहां होता है?
उत्तर – माइटोकॉन्ड्रिया में।

19. एटीपी (ATP) का पूरा नाम लिखें।
उत्तर – एडीनोसिन ट्राइफोस्फेट।

20. ग्लूकोज के ऑक्सीकरण में एटीपी के कितने अणु बनते हैं?
उत्तर – 38 एटीपी अणु।

Jaiv Prakram Swasan Class 10 Science Chapter 6
Jaiv Prakram Swasan Class 10 Science Chapter 6

Jaiv Prakram Swasan: लघु उत्तरी प्रश्न

1. शवसन को परिभाषित करें।
उत्तर -वह जटिल जैविक रासायनिक प्रक्रम जिसमें कार्बनिक पदार्थों के चरणबद्ध ऑक्सीकरण के फलस्वरुप ऊर्जा मुक्त होती है , कार्बन डाइऑक्साइड और जल बनते हैं, शवसन कहलाती है। इसे एक रसायनिक समीकरण द्वारा इस प्रकार व्यक्त कर सकते हैं –
C6H12O6+6O2 – 6CO2+6H2O+ऊर्जा

2. शवसन के लिए ऑक्सीजन प्राप्त करने की दिशा में एक जलीय जीव की अपेक्षा स्थलीय जीव किस प्रकार लाभप्रद है?
उत्तर -(i) स्थलीया जीव वातावरण से ऑक्सीजन लेते हैं तथा वातावरण में ऑक्सीजन की बहुलता रहती है। इसके विपरीत जलीय जीव जल में घुलित ऑक्सीजन का उपयोग करते हैं जिसकी मात्रा बहुत कम होती है।
(ii) स्थलीया जीवो में ऑक्सीजन का अवशोषण भिन्न-भिन्न अंगों द्वारा किया जाता है। इन सभी अंगों में सतही क्षेत्रफल को बढ़ाने की क्षमता होती है जो अक्सीजन के संपर्क में रहता है। अतः इन जीवो को धीमी गति से सांस लेना पड़ता है जबकि जलीय जीवो को तेजी से सांस लेना पड़ता है।

3. गैसों के अधिकतम विनिमय के लिए कूपिकाएं किस प्रकार अभिकल्पित है?
उत्तर- कूपिका की भित्ति पतली होती है तथा रुधिर वाहिकाओं के जाल से ढकी हुई होती है, जिससे गैसों का आदान प्रदान रुधिर तथा कूपिका के अंदर भरी हवा के बीच अधिकाधिक हो सके। कूपिका की संरचना गुब्बारे के समान है, जो गैसों के आदान-प्रदान के लिए सतह क्षेत्र बढ़ा देती है।

4. गैसों के विनिमय के लिए मानव फुफ्फुस मैं अधिकतम क्षेत्रफल को कैसे अभीकल्पित किया है?
उत्तर -मानव फुफ्फुस मैं अनगिनत कुपिकाएं होती है। यदि इनके सम्मिलित क्षेत्रफल का आकलन करें तो वह लगभग 80 वर्गमीटर के बराबर होगा। अतःइन कुपिकाओं की ही अभीकल्पना है कि हमारे फुफ्फुस (फेफड़ो) का क्षेत्रफल अधिकतम हो जाता है।

5. जलीय जंतुओं में स्थलीय जंतुओं की अपेक्षा शवसन दर अधिक तेज क्यों होती है?
उत्तर -वायु में ऑक्सीजन की मात्रा जल में घुलित ऑक्सीजन की मात्रा से अधिक होती है। अत: ऑक्सीजन प्राप्त करने के लिए जलीय जंतुओं को तेज दर से सांस लेना पड़ता है। वायु में पर्याप्त ऑक्सीजन होने के कारण स्थलिय जंतुओं को तेजी से सांस लेने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।

6. हिमोग्लोबिन क्या है?
उत्तर -हिमोग्लोबिन लाल रंग का रंजक ह, जो रुधिर मैं उपस्थित होता है। इसकी कमी से ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन प्रभावित हो सकता है। या, वह पदार्थ जिससे रुधिर की कणीकाओ का रंग लाल होता है, हिमोग्लोबिन कहलाता है।

7. हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी के क्या परिणाम हो सकते हैं?
उत्तर -हिमोग्लोबिन लाल रंग का रंजक है जो रुधिर मैं उपस्थित होता है। इसकी कमी से ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन प्रभावित हो सकता है। हिमोग्लोबिन फेफड़े से ऑक्सीजन प्राप्त कर उसे सारे शरीर मैं पहुंचाता है। यदि हिमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाएगी तो शरीर के विभिन्न भागों में ऑक्सीजन की आवश्यकता मात्रा नहीं पहुंच सकेगी। इसके परिणामस्वरूप भोजन का ऑक्सीकरण पूर्ण रूप से नहीं हो सकेगा तथा ऊर्जा का उत्पादन कम होगा। इससे शारीरिक कमजोरी बढ़ेगी।
हिमोग्लोबिन की कमी की स्थिति को रक्त – अल्पता के नाम से जाना जाता है।

8. फेफड़ों से ऑक्सीजन ऊतको तक कैसे पहुंचती है?
उत्तर -लाल रक्त कणीकाएं शवसन क्रिया में शरीर के अंदर ऑक्सीजन का संवहन करती है। इनके अंदर हिमोग्लोबिन नामक एक प्रोटीन पाया जाता है। यह फेफड़ों के वायु से ऑक्सीजन को अवशोषित कर ऑक्सीहीमोग्लोबिन बनाता है। यह ऑक्सीहीमोग्लोबिन रुधिर के माध्यम से भ्रमण करते हुए ऊतको मैं जाता है और ऑक्सीजन मुक्त करता है।

9. वायवीय तथा अवायवीय श्वसन में कोई दो अंतर लिखिए।
उत्तर- वायवीय तथा अवायवीय श्वसन में दो अंतर:

वायवीय श्वसन वायवीय श्वसन
इस श्वसन के लिए ऑक्सीजन आवश्यक है। इस श्वसन के लिए ऑक्सीजन आवश्यक नहीं है।
ऑक्सी श्वसन में अधिक ऊर्जा मुक्त होती है। ऑक्सी श्वसन में कम ऊर्जा मुक्त होती है।

10. ए.टी.पी. (ATP) क्या है?
उत्तर- ATP अधिकान्स कोशिकीय क्रियाओ के लिए ऊर्जा का स्रोत है। श्वसन की क्रिया में मुक्त हुई ऊर्जा का प्रयोग ADP तथा फॉरफेट से ATP बनाने में होता है।

ATP+P ऊर्जा > ADP – P = ATP

Jaiv Prakram Swasan: दीर्घ उत्तरी प्रश्न

1. मानव में श्वसन की क्रियाविधि का वर्णन करें?
उत्तर- स्वसन की क्रिया विधि- यह निम्नांकित चरणों में संपन्न होती है:

  1. ग्लाइकोलाइसिस: यह ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में निम्नांकित तीन भागों में पूरा होता है-
    a. फास्फोराइलेशन: इस क्रिया के अंतर्गत ग्लूकोज, ग्लूकोज-6 फास्फेट में टूटता है तथा ग्लूकोज-6 फास्फेट बनाता है। पुनः उससे तीन फास्फ़ोग्लीरेल्डीहाइड बनाता है।
    b. पाइरुविक अम्ल का बनना एंजाइम के उत्प्रेरण द्वारा 3 फास्फ़ोग्लीरेल्डीहाइड से पाइरुविक अम्ल बनता है।

2. क्रेब्स चक्र: पाइरुविक अम्ल कोशिका की माइटोकॉन्ड्रिया में प्रवेश करता है और उसका चरणबद्ध ऑक्सीकरण होता है। क्रेब्स चक्र में कुल 36ATP ही बनते हैं। एक ATP से 1 फास्फेट के अलग होने पर 7300 कैलोरी ऊर्जा मुक्त होती है।

2. श्वसन और प्रकाश संश्लेषण में अंतर लिखें।
उत्तर- श्वसन और प्रकाश संश्लेषण में अंतर:

श्वसन संश्लेषण
यह एक अपचयन क्रिया है। यह एक उपचयन क्रिया है।
इसमे ग्लूकोज का ऑक्सीकरण होता है। इसमे ग्लूकोज का संश्लेषण होता है।
इसमे ऑक्सीजन का उपयोग होता है। इसमे CO2 का उपयोग होता है।
यह जीवधारियों में ऊर्जा उत्पादन का एकमात्र जैविक प्रक्रम है। यह भोजन उत्पादन का एकमात्र प्रक्रम है।
इसके अंत में CO2 मुक्त होती है। इसके अंत में O2 मुक्त होती है।

3. मनुष्यों में ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन कैसे होता है?
उत्तर – मनुष्य एक जटिल शारीरिक रचना वाला विकसित प्राणी है। अतः साधारणत: विसरण क्रिया द्वारा इसके फेफड़ों के बीच गैसीय विनिमय संभव नहीं है। कुपिका भित्तीयो मैं पाए जाने वाले रक्त का शवसन वर्णक हिमोग्लोबिन ऑक्सीजन से संयुक्त होकर ऑक्सी हीमोग्लोबिन बन जाता है। यह ऑक्सीजन को स्थल तक छोड़कर पुनः हीमोग्लोबिन बन जाता है। यह रक्त में घुलित कार्बन डाइऑक्साइड को भी लाकर कुपिकाओ में छोड़ता है। फेफड़ों के पिचकने पर कार्बन डाइऑक्साइड स्वत: बाहर निकल जाती है। यदि हमारे शरीर में हिमोग्लोबिन नहीं होता तो फेफड़े से पैर तक ऑक्सीजन लगभग 3 वर्षों में पहुंच पाती।
हिमोग्लोबिन +ऑक्सीजन -ऑक्सी हिमोग्लोबिन (लाल रक्तकण में)

हिमोग्लोबिन+कार्बन डाइऑक्साइड – कार्बोक्सी हिमोग्लोबिन (लाल रक्तकण में)

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