Class 11 Economics Chapter 8 MCQ: “केन्द्रीय प्रवृति के माप” एक महत्वपूर्ण विषय है जो विज्ञान और गणित के क्षेत्र में महत्वपूर्ण है। यह विभिन्न प्रकार के प्रवृतियों को मापने के लिए उपयोगी होता है और यह हमारे जीवन के कई पहलुओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जैसे कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और औद्योगिक क्षेत्र में। इस पाठ्यक्रम में हम एमसीक्यू (MCQ) प्रश्नों के माध्यम से केन्द्रीय प्रवृति के माप से संबंधित मुख्य विषयों को समझने का प्रयास करेंगे। यह पाठ्यक्रम छात्रों को इस महत्वपूर्ण विषय के प्रति जागरूक करने में मदद करेगा और उन्हें विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी करने में सहायक होगा।”
Class 11 Economics Chapter 8 MCQ
Q.1. एक वृत्तीय चित्र में कुल अंश होते हैं-
a. 180
b. 390
c. 360
d. 270
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Q.2. चित्रमय प्रदर्शन का सबसे सरल रूप है-
a. सरल दंड
b. सरल दंड चित्र
c. बहुगुणी दंड चित्र
d. वृत्तीय चित्र
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Q.3. ओजाइव खोज सकता है-
a. माध्य
b. बहुलक
c. माध्यिका
d. इनमें से कोई नहीं
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Q.4. दंड – आरेख –
a. विम रहित आरेख है
b. एक विमी आरेख है
c. द्विविम आरेख है
d. इनमें से कोई नहीं
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Q.5. द्वि विमा चित्र कहलाते हैं –
a. आवृत्ति आयात
b. बहुभुज
c. क्षेत्रफल चित्र
d. इनमें से कोई नहीं
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Q.6. आयत चित्र है-
a. द्विविमीय आरेख
b. त्रिविमीय आरेख
c. एक विमीय आरेख
d. बहुविमीय आरेख
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Q.7. वृत्तीय चित्र में सभी मदो को बदल देते हैं-
a. रेखाओं में
b. लंबाई में
c. कोणो में
d. वर्गों में
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Q.8. …………. चित्र गोलाकार होते हैं।
a. दंड
b. वृत्त
c. आयत
d. कोई नहीं
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Q.9. विभिन्न मदों, मासिक व्यय का प्रदर्शन सबसे उपयुक्त होगा-
a. रेखा
b. वर्ग
c. पाई
d. इनमें से कोई नहीं
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Q.10. जब दो या दो से अधिक तथ्यों में तुलनात्मक अध्ययन करना हो तब किस चित्र का प्रयोग किया जाता है?
a. वृत्तीय चित्र
b. बहुुुुगुणी दंड चित्र
c. सरल दंड चित्र
d. चित्रलेख
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Q.11. आयत चित्र के माध्यम से प्रस्तुत किए गए आंकड़ों से आलेखी रूप से निम्नलिखित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं?
a. बहुलक
b. मध्यिका
c. माध्य
d. उपरोक्त सभी
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Q.12. वे चित्र जिसमें आंकड़ों को दण्डो या आयतो के रूप में प्रकट किया जाता है, कहलाते हैं-
a. संगठन
b. संग्रहण
c. a और b दोनों
d. प्रस्तुतीकरण
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Q.13. ओजाइव व्रक को कहा जाता है-
a. आवृत्ति आयत चित्र
b. वृत्तचित्र
c. संजयी आवृत्ति वक्र
d. सरल आवृत्ति वक्र
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Q.14. आंकड़ों का चित्रमय प्रदर्शन कहलाता है-
a. संगठन
b. संग्रहण
c. a और b दोनों
d. प्रस्तुतीकरण
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Q.15. पाई आरेख वह चित्र है जिसमें एक………. को कई भागों में बांटकर श्रेणी के भिन्न-भिन्न प्रतिशत मूल्यों को प्रस्तुत किया जाता है।
a. त्रिकोण
b. वृत्त
c. आयत
d. वर्ग
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Q.16. मध्यिका की गणना का आधार है-
a. ओजाइव वक्र
b. आवृत्ति आयत चित्र
c. आवृत्ति वक्र
d. आवृति बहुभुज
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Q.17. ग्राफ द्वारा किसकी गणना नहीं हो सकती?
a. बहुलक
b. माध्य
c. माध्यिका
d. उपर्युक्त सभी
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Q.18. एक ओजाइव वक्र की सहायता से हम ज्ञात करते हैं-
a. मध्यिका
b. समांतर माध्य
c. भूयिष्ठक
d. इनमें से कोई नहीं
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Q.19. जब हम कालिक श्रेणी ग्राफ की रचना करते हैं तो x अक्ष पर लेते हैं-
a. आय
b. व्यय
c. समय
d. उपर्युक्त्त सभी
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Q.20. क्या सत्य है?
a. 4 चरण 3 अक्ष
b. X , Y तथा O ग्राफ पर होता है
c. a और b दोनों
d. इनमें से कोई नहीं
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Q.21. ओजाइव वक्र का दूसरा नाम है-
a. आवृति बहुभुज
b. आवृत्ति आयत चित्र
c. संंचयी आवृत्ति वक्र
d. बहुगुणी दंड चित्र
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Q.22. Y अक्ष का दूसरा नाम है-
a. चरण
b. कोटि अक्ष
c. भुजाक्ष
d. इनमें सेेे कोई
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Q.23. आयत प्रस्तुतिकर्ता है –
a. सतत
b. व्यक्तिगत
c. खंडित
d. इनमें से कोई नहीं
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Q.24. काल श्रेणियों को ग्राफ पेपर पर प्रदर्शित करने वाले चित्र का नाम है-
a. कालिक चित्र
b. सरल दंड चित्र
c. रेखा आवृत्ति चित्र
d. बहुगुणी दंड चित्र
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Q.25. बहुलक की गणना का आधार है-
a. ओजाइव वक्र
b. आवृत्ति बहुभुज
c. आवृत्तिक वक्र
d. आवृत्ति आयत चित्र
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Q.26. काल श्रेणी है-
a. कालिक
b. आयत
c. ओजाइव
d. उपरोक्त सभी
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Q.27. बिंदु रेख बनाए जाते हैं –
a. रंगीन कागज पर
b. ग्राफ पेपर पर
c. साधारण कागज पर
d. उपर्युक्त सभी पर
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Q.28. बिंदुरेखीय चित्रण की सीमा है-
a. हृदय प्रवर्ती
b. दुरुपयोग
c. समझने में कठिनाई
d. उपर्युक्त सभी
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Q.29. किसी ग्राफ पेपर में कितने चरण होते हैं?
a. दो
b. चार
c. एक
d. तीन
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Q.30. कृत्रिम आधार रेखा के प्रयोग से कौन – सी असुविधाएं दूर नहीं होती?
a. उच्चावचनों को स्पष्ट व प्रदर्शित कर सकना
b. बिंदुरेखा पत्र का व्यर्थ रह जाना
c. अधिक श्रम व धन का उपयोग होना
d. बिंदुरेखा का अप्रभावशाली होना
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केन्द्रीय प्रवृति के माप” के इस पाठ्यक्रम के माध्यम से हमने देखा कि मापन एक महत्वपूर्ण और अवश्यक कौशल है जो हमारे विज्ञानिक और गणितीय अनुसंधानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा, यह विभिन्न व्यापारिक और उद्योगिक क्षेत्रों में भी उपयोगी है। हमें इस महत्वपूर्ण विषय के प्रति अधिक जागरूक होना चाहिए ताकि हम नए और सुधारित मापन तकनीकों का उपयोग करके और उन्हें सही तरीके से समझकर समस्याओं का समाधान कर सकें। इस पाठ्यक्रम से हमें यह सिखने को मिला कि मापन विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अग्रणी क्षेत्रों में हमारी प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और हमें अपने ज्ञान और कौशल को निरंतर बढ़ाने के लिए इसे समझने और मास्टर करने का प्रयास करना चाहिए।
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