संघवाद: इस आर्टिकल में आप कक्षा 10 की राजनीतिक विज्ञान की अध्याय 2 के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए है। ये सभी प्रश्न उत्तर कक्ष 10 की वार्षिक परीक्षा के लिए अति महत्वपूर्ण है।
संघवाद: sanghwad अतिलघु उत्तरीय प्रश्न तथा उत्तर
Q.1. संघवाद क्या है?
Ans: संघवाद सरकार की एक ऐसी व्यवस्था है जिसमे सरकार की शक्तियों का बंटवारा एक केन्द्रीय सत्ता और इसकी विभिन्न इकाइयों में होता है।
Q.2. भारतीय सरकार संघात्मक है या एकात्मक?
Ans: भारत संघात्मक और एकात्मक दोनों सरकारों का मिश्रण है। दिखने में यह संघात्मक है परंतु वास्तव में यह एकात्मक है।
Q.3. एकात्मक सरकार वाले देशों के नाम लिखें।
Ans: एकात्मक सरकार वाले देशों के नाम:
इंग्लैंड, फ्रांस, इटली, चीन, जापान, उत्तर कोरिया, और श्रीलंका आदि।
Q.4. विकेन्द्रीकरण क्या है?
Ans: विकेन्द्रीकरण एक ऐसी व्यवस्था है जिसमे निर्णय लेने का अधिकार पहले छोटी-छोटी इकाइयों में बाँट दिया जाता है। भारत में सत्ता को तीन स्तरों में बाँटा गया है- केन्द्रीय सरकार, राज्य सरकार तथा स्थानीय सरकार।
Q.5. संघ सूची से क्या तात्पर्य है?
Ans: संघ सूची से हमारा तात्पर्य ऐसी सूचियों से है जिसमे केंद्र सरकार या संघीय सरकार के अधिकार क्षेत्र के विषय में जानकारी दी गई है। संघ सूची में 97 विषय दिए गए है। इन विषयों में निर्णय लेने का अधिकार केवल संघ सरकार को होता है क्योंकि ये राष्ट्रीय महत्व के मुद्दे होते है। इस सूची के कुछ विषय निम्न है:-
प्रतिरक्षा, विदेशी मामले, मुद्रा, संचार, बैंकिंग आदि।
संघवाद: sanghwad लघु उत्तरीय प्रश्न तथा उत्तर
Q.1. संघीय सरकार की मुख्य विशेषताएं स्पष्ट करे।
Ans: भारत एक संघीय सरकार वाला देश है। संघीय सरकार की विशेषताएं निम्नलिखित है:
- संघीय सरकार में शक्तियों का बंटवारा केंद्र और राज्यों में स्पष्ट रुप से होता है। हर एक अपने क्षेत्र में स्वतंत्र होता है।
- इस प्रकार की सरकारो में संविधान लिखित और कठोर होता है जिसे बदलना इतना आसान नहीं होता है।
- संघीय सरकार में न्यायपालिका पूर्ण रूप से स्वतंत्र होती है ताकि वह केंद्र और राज्यों के आपसी झगड़ों का निपटारा बिना किसी पक्षपात से कर सके।
- इस प्रकार की सरकार में बाकी बची हुई शक्तियां राज्यों को प्राप्त होती है।
Q.2.एकात्मक सरकार की मुख्य विशेषताएं स्पष्ट करे।
Ans: एकात्मक सरकार की मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित है:
- एकात्मक सरकार में केन्द्रीय सरकार राज्य सरकारों की अपेक्षा कही अधिक शक्तिशाली होती है। केंद्र को राज्यों की अपेक्षा अधिक शक्तियां दी जाती है।
- केन्द्रीय सरकार आपातकाल में और भी शक्तिशाली हो जाती है जब वह राज्य की सारी शक्तियां अपने हाथ में ले लेती है।
- एकात्मक सरकार में केन्द्रीय सरकार के पास धन राज्य सरकारों की अपेक्षा कही अधिक होता है। इसलिए केंद्र का महत्व राज्यों के मुकाबले अधिक बढ़ जाता है।
- एकात्मक सरकार में समवर्ती सूची में दी गई विषयों में भी श्रेष्ठता प्राप्त होती है।
- बाकी बची हुई शक्तियां एकात्मक सरकार में केवल केंद्र के पास ही होती है।
Q.3. 1992 के संविधान संशोधन के बाद के भारतीय लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था का उल्लेख करे।
Ans: 1992 के संविधान संशोधन के बाद के भारतीय लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था का उल्लेख इस प्रकार किया जा सकता है:
- इस संशोधन के बाद स्थानीय स्वशासी निकायों के चुनाव नियमित रूप से कराना संवैधानिक बाध्यता है।
- निर्वाचित स्वशासी निकायों के सदस्य तथा पदाधिकारियों के पदों में अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और पिछड़ी जातियों जातियों के लिए सीटें आरक्षित है।
- कम से कम एक तिहाई पद महिलाओ के लिए आरक्षित किया गया है।
- हर राज्य में पंचायत और नगरपालिका चुनाव करने के लिए राज्य चुनाव आयोग नामक स्वतंत्र संस्था का गठन किया गया है।
Q.4. समवर्ती सूची से क्या तात्पर्य है? इसमे कितने विषयों को शामिल किया गया है?
Ans: समवर्ती सूची से तात्पर्य ऐसी सूचियों से है जिसका संबंध संघ तथा राज्य दोनों सरकारों से होता है। इन सूचियों के विषय में निर्णय लेने का अधिकार दोनों सरकारों अर्थात केंद्र तथा राज्य सरकार को होता है परंतु किसी एक ही विषय में अगर दोनों सरकारें कानून बनाती है तो संघ या केंद्र सरकार द्वारा बनाया गया कानून ही मान्य होगा। समवर्ती सूची में लगभग 47 विषयों को रखा गया है। इस सूची में दी गई कुछ प्रमुख विषय निम्न है:
दीवानी एवं फौजदारी कानून, विवाह तथा तलाक, उत्तराधिकार, शिक्षा, वन, बिजली, श्रम संगठन आदि।
संघवाद: sanghwad दीर्घ उत्तरीय प्रश्न तथा उत्तर
Q.1. संघ सूची, राज्य सूची तथा समवर्ती सूची का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
Ans: संघ सूची, राज्य सूची तथा समवर्ती सूची का संक्षेप में वर्णन इस प्रकार किया जा सकता है:
- संघ सूची: इस सूची में राष्ट्रीय महत्व के विषय आते है। इन विषयों पर कानून बनाने का अधिकार सिर्फ केंद्र सरकार को ही होता है। इस सूची में 97 विषयों को शामिल किया गया है। संघ सूची के कुछ विषय- प्रतिरक्षा, विदेशी मामले, बैंकिंग आदि।
- राज्य सूची: इस सूची में उन विषयों को शामिल किया गया है जिनपर कानून बनाने का अधिकार राज्य सरकार को होता है। इनमे कुल 66 विषयों को शामिल किया गया है। राज्य सूची के कुछ विषय- कृषि, सिंचाई, व्यापार, वाणिज्य तथा पुलिस आदि।
- समवर्ती सूची: समवर्ती सूची से तात्पर्य ऐसी सूचियों से है जिसका संबंध संघ तथा राज्य दोनों सरकारों से होता है। इन सूचियों के विषय में निर्णय लेने का अधिकार दोनों सरकारों अर्थात केंद्र तथा राज्य सरकार को होता है परंतु किसी एक ही विषय में अगर दोनों सरकारें कानून बनाती है तो संघ या केंद्र सरकार द्वारा बनाया गया कानून ही मान्य होगा। समवर्ती सूची में लगभग 47 विषयों को रखा गया है।
Q.2. सरकार के एकात्मक और संघात्मक स्वरूप के मुख्य अंतर स्पष्ट करे।
Ans: सरकार के एकात्मक और संघात्मक स्वरूप के मुख्य अंतर निम्नलिखित है:
- संघात्मक सरकार वाले देश के लिए यह आवश्यक है कि उसके पास लिखित संविधान हो परंतु एकात्मक सरकार के लिए यह आवश्यक नहीं है।
- संघात्मक सरकार में केंद्र और राज्यों के बीच शक्ति विभाजित किया हुआ होता है परंतु एकात्मक सरकार में सम्पूर्ण सत्ता का मालिक केन्द्रीय सरकार ही होती है।
- संघात्मक सरकार में संविधान प्रायः कठोर होता है जबकि एकात्मक सरकार में संविधान सामान्यतः लचीला होता है।
- संघात्मक सरकार में सामान्यतः दोहरी नागरिकता पाई जाती है जबकि एकात्मक सरकार में एकल नागरिकता पाई जाती है।
- भारत एक सघात्मक स्वरूप वाला देश है। भारत के जैसे ही कुछ अन्य देश भी है जिनका स्वरूप सघात्मक है। ये देश है- स्वीटजरलैंड, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, रूस, कनाडा, ब्राज़ील, अर्जेंटीना आदि एकात्मक सरकार वाले देश के उदाहरण- ब्रिटेन, फ्रांस, जापान, इटली, जर्मनी व चीन आदि।